चीन की घुसपैठ को लेकर देश में भारी गुस्सा, इधर मोदी सरकार ने दिया चीनी कंपनी को मेट्रो का बड़ा ठेका

भारत सरकार ने भारतीय कंपनियों में उसके निवेश को रोकने के लिए कदम उठाए थे, इस बीच उसकी कंपनी को दिल्ली मेट्रो परियोजना का बड़ा ठेका मिल गया है...

Update: 2020-06-16 05:54 GMT

नई दिल्ली, जनज्वार। एक ओर सीमा पर हाल में चीनी सैनिकों के जमावड़े के कारण भारत व चीन के रिश्ते तनावपूर्ण हुए हैं और चीनी कंपनियों के बहिष्कार की बात कही जा रही है, वहीं चीनी मल्टीनेशनल सिविल कंस्ट्रक्शन फर्म शंघाई टनल इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड, (STEC) (Shanghai Tunnel Engineering Co. Ltd) को भारतीयों कंपनियों की जगह मेट्रो रेल परियोजना के दिल्ली-मेरठ रैपिड ट्रांजिट काॅरिडोर का ठेका दे दिया गया है।

मेट्रो रेल न्यूज डाॅट इन की खबर के अनुसार, इस ठेके के तहत चीनी कंपनी एसटीइसी न्यू अशोक नगर एवं साहिबाबाद के बीच 5.6 किलोमीटर लंबे टनल का निर्माण करेगी। इस काम के लिए पांच कंपनियों ने बोली लगायी थी, लेकिन सबसे कम 1126 करोड़ की बोली एसटीइसी ने लगायी थी, इस वजह से यह काम उसके हिस्से आ गया।

इस निविदा प्रक्रिया में पांच राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने हिस्सा लिया था, लेकिन सबसे कम बोली लगाने के कारण एसटीइसी को यह काम मिल गया। मालूम हो कि कोरोना संक्रमण की वजह से भी दुनिया भर में व भारत में चीन के प्रति गुस्सा है। विश्व बिरादरी इस महामारी की वजह चीन को मान रही है।

रिपोर्ट के अनुसार, एनसीआरटीसी द्वारा बतायी गयी वित्तीय बोलियों के अनुसार, जहां एसटीइसी 1126 करोड़ की बोली लगायी। वहीं, लार्सन एंड ट्रूबो लिमिटेड यानी एल एंड टी ने इसके लिए 1170 करोड़ की बोली लगायी। गुलेरमक अगिर सनाय इंसात वे ताहुत ए. एस. ने 1326 करोड़ रुपये की बोली लगायी।

टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड - एसकेइसी जेवी के द्वारा 1346 करोड़ की बोली लगायी गयी, वहीं एफकाॅन्स इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की ओर से 1400 करोड़ रुपये की बोली लगायी गयी थी।

एनसीआरटीसी ने पिछले साल नवंबर में पहले भूमिगत नागरिक निर्माण पैकेज के लिए वैश्विक बोलियां आमंत्रित की थीं। इस कांट्रेक्ट के लिए तकनीकी बोलियां 16 मार्च 2020 को खोली गयीं।

रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस काॅरिडोर पर टीबीएम द्वारा कट और कवर विधि का उपयोग करते हुए न्यू अशोकनगर से साहिबाबाद यूपी रैंप तक ट्विन टनल का डिजाइन व उसका निर्माण करेगी। कंपनी आनंद विहार में एक अंडरग्राउंड स्टेशन का भी निर्माण करेगी।

एनसीआरटीसी द्वारा स्वीकृति पत्र मिलने के बाद एसटीइसी 1095 दिनों में सुरंग निर्माण का काम पूरा करेगी। इससे पहले नागपुर मेट्रो में चीन निर्मित कोच के उपयोग की खबर भी आयी थी। 

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