रोजगार का बाजार लगाएगी केजरीवाल सरकार, सीएम ने लोगों से की दिल्ली वापस लौटने की अपील

कोरोना के कारण दिल्ली छोड़कर जाने वाली सभी व्यक्तियों से भी मुख्यमंत्री ने वापस लौट आने की अपील की है, मुख्यमंत्री ने कहा, हमें लोगों के बीच तालमेल बैठाने की आवश्यकता है, इसके लिए हमने एक पोर्टल बनाया है, यह पोर्टल एक रोजगार बाजार है....

Update: 2020-07-27 10:36 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए दिल्ली में रोजगार का बाजार लगाएगी। रोजगार का यह बाजार पूरी तरह से ऑनलाइन होगा। इस ऑनलाइन बाजार में नौकरी देने वाले और नौकरी पाने के इच्छुक दोनों ही तरह के व्यक्तियों को अपना पंजीकरण करवाना होगा। सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस रोजगार बाजार का ऐलान किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना से लड़ाई में अब हमें अगले स्तर पर जाना है। कोरोना के कारण लोगों की नौकरियां गई, दुकानें, फैक्ट्रियां, काम धंधे बंद हुए हैं। ऐसे में अर्थव्यवस्था की ओर ध्यान देना होगा। मैं दिल्ली के सभी लोगों से, व्यापारियों, उद्यमियों, दुकानदारों, प्रोफेशनल से अपील करता हूं कि साथ मिलकर दिल्ली की अर्थव्यवस्था को सुधारने की कोशिश करें।

कोरोना के कारण दिल्ली छोड़कर जाने वाली सभी व्यक्तियों से भी मुख्यमंत्री ने वापस लौट आने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा, हमें लोगों के बीच तालमेल बैठाने की आवश्यकता है। इसके लिए हमने एक पोर्टल बनाया है। यह पोर्टल एक रोजगार बाजार है। जिन उद्योग उद्योगपतियों एवं व्यवसायियों को काम के लिए आदमी चाहिए वह रोजगार और उससे जुड़ी योग्यता आदि की पूरी जानकारी इस पोर्टल पर डालेंगे।

वहीं दूसरी ओर जिन व्यक्तियों को रोजगार चाहिए वे भी अपनी श्रेणी के मुताबिक इस पोर्टल में अपना पंजीकरण कराएंगे। इस तरह से नौकरी देने और पाने के इच्छुक व्यक्तियों का यहां मिलाप होगा जिससे सब को फायदा मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने दिल्ली में कोरोना की सुधरती स्थिति सुधरती स्थिति के लिए सभी दिल्ली वासियों को बधाई दी। दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली में 88 प्रतिशत कोरोना संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं। केवल 9 प्रतिशत व्यक्ति अस्पतालों में भर्ती हैं और 2 से 3 फीसदी फीसदी कोरोना संक्रमित रोगियों की मृत्यु हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा दिल्ली के अस्पतालों में 15,475 बेड कोरोना रोगियों के लिए आरक्षित रखे गए हैं। इनमें से 2856 बेड उपयोग में है जबकि 12,619 बेड विभिन्न अस्पतालों में रिक्त पड़े हैं।

Tags:    

Similar News