NSE Scam Chitra Ramkrishna : सीबीआई का बड़ा एक्शन, चित्रा रामकृष्ण गिरफ्तार, योगी के इशारे पर करती थी काम
NSE Scam Chitra Ramkrishna : एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण कई सालों से अपने महत्वपूर्ण कारोबारी फैसलों में एक बाबा से सलाह ले रही थीं। एक ऐसा योगी जो हिमालय में रहता था। तीन वेदों के नाम वाली एक मेल आईडी का इस्तेमाल करता था।
NSE Scam Chitra Ramkrishna : एनएसई घोटाले मामले में आज बड़ी कार्रवाई हुई है। केंद्रीय जांच ब्यूरो ( CBI ) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ( NSE ) की पूर्व सीईओ और एमडी चित्रा रामकृष्ण ( Chitra Ramakrishna ) को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। को-लोकेशन मामले में दिल्ली एक अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। सीबीआई इस मामले में आनंद सुब्रमण्यम को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
मार्केट रेगुलेटर सेबी की हालिया जांच रिपोर्ट के बाद सीबीआई ( CBI ) ने ये एक्शन लिया है। बताया जा रहा है कि एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्णा NSE से जुड़ी गोपनीय जानकारियां हिमालय में रहने वाले एक अज्ञात 'योगी' से शेयर करने को लेकर जांच का सामना कर रही हैं। सीबीआई इस मामले में आरोपी चित्रा से मुंबई में पूछताछ कर चुकी है। आयकर विीााग ने पहले मुंबई और चेन्नई में चित्रा रामकृष्ण से जुड़े ठिकानों पर छापा मारा था।
चित्रा रामकृष्णा की कथित सलाहकार और एनएसई के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम ( Anand Subramaniam ) को सीबीआई पहले ही गिफ्तार कर चुकी है। सीबीआई जांच रिपोर्ट के मुताबिक,एनएसई में 2010 से 2015 के बीच कथित गड़बड़ियां देखी गईं। मार्च 2013 तक रवि नारायण ( Ravi Narain ) एनएसई के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर थे। उस दौरान चित्रा कंपनी की Deputy CEO थीं। चित्रा ने अप्रैल, 2016 में रवि नारायण का स्थान लिया और दिसंबर 2016 तक इस पर पद पर रहीं।
बता दें कि सीबीआई ने को-लोकेशन मामले में एनएसई के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि नारायण से भी पूछताछ की है।
योगी' के आदेश पर लेती थी फैसला
NSE Scam Chitra Ramkrishna : एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण कई सालों से अपने महत्वपूर्ण कारोबारी फैसलों में एक बाबा से सलाह ले रही थीं। एक ऐसा योगी जो हिमालय में रहता था। तीन वेदों के नाम वाली एक मेल आईडी का इस्तेमाल करता था। यह बाबा मेल पर रामकृष्ण को निर्देश देता था और फैसले हो जाते थे। चौंकाने वाली बात यह है कि रामकृष्ण इस योगी से कभी मिली ही नहीं, लेकिन वह करीब 20 वर्षों से इस योगी से मेल पर बातचीत कर रही थीं। इस मामले में कार्रवाई करते हुए सेबी ने रामकृष्ण पर तीन करोड़ रुपए, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर 2 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। एनएसई को कोई भी नया प्रोडक्ट पेश करने से छह महीने के लिए रोक दिया। साथ ही एनएसई को 6 महीने तक पैसा जुटाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।