पेट्रोल की कीमत फिर बढी, लाॅकडाउन में कमाई नहीं उस पर महंगे तेल की मार से जनता बेहाल
लाॅकडाउन ने पहले ही गरीबों, निम्न मध्यम वर्ग व मध्यम वर्ग की आर्थिक कमर तोड़ रखी है, उस पर सरकार द्वारा हर दिन पेट्रोल कीमत बढाने से उनकी परेशानी कई गुणा बढ गई है...
जनज्वार। पेट्रोलियम मूल्य में वृद्धि से जनता परेशान है। दिल्ली में आज फिर पेट्रोल की कीमत में 25 पैसे की वृद्धि हुई है और यह शनिवार को 80.38 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई। वहीं, डीजल की कीमत में 21 पैसे की वृद्धि हुई है और यह 80.40 रुपये लीटर तक पहुंच गई है। डीजल की कीमत दिल्ली में पेट्रोल से दो पैसे अधिक है।
पेट्रोलियम मूल्य वृद्धि से जनता परेशान है। लखनऊ में आज सुबह एक उपभोक्ता ने कहा कि तीन महीने के लाॅकडाउन में फंसी जनता के पास कमाई नहीं है, उस पर 70 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि पेट्रोल व डीजल का दाम एक हो गया है।
लखनऊ: पेट्रोल और डीज़ल के दामों में आज भी बढ़त जारी रही। पेट्रोल भरवाने आए एक व्यक्ति ने बताया-"सरकार पेट्रोल और डीज़ल को जीएसटी में क्यों नहीं लाती? तीन महीने लॉकडाउन में फंसी जनता के पास कमाई नहीं है। 70 सालों में पहली बार ऐसा हुआ है कि पेट्रोल और डीज़ल का दाम एक हो गया है।" pic.twitter.com/z00fuFYaZS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 27, 2020
डीजल का उपयोग बड़े वाहनों में प्रमुखता से होता है, जिनसे सामान की आवाजाही की जाती है, ऐेसे में यह आशंका बनी हुई है कि इससे महंगाई बढेगी।
पेट्रोलियम की कीमत में शनिवार को लगातार 21वें दिन वृद्धि हुई है। कांग्रेस व समाजवादी पार्टी ने पेट्रोल मूल्य वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन भी किया है।
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया है कि सरकार ने अपने कहे अनुसार, आपदा को मौके में बदला में और इसके जरिए कमाई कर रही है।