Samastipur News : सहारा इंडिया फर्जीवाड़े के खिलाफ पटोरी में जोरदार प्रदर्शन, पीड़तों ने की इस बात की मांग

साल 2008 से सहारा इंडिया के नाम पर जमाकर्ताओं से पैसा लेने पर रोक है। इसके बावजूद निवेशकों से आज भी पैसे वसूले जा रहे हैं ।

Update: 2022-02-23 12:44 GMT

सहारा इंडिया फर्जीवाड़े के खिलाफ पटोरी में जोरदार प्रदर्शन।

समस्तीपुर। बिहार के समस्तीपुर ( Samastipur ) जिले के पटोरी ( Patori Protest) में सैकड़ों की संख्या में लोगों ने सहारा इंडिया फर्जीवाड़े ( Sahara India fraud ) के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि लोगों से कई करोड़ रुपए वसूलने के बाद अब कोई इसका हिसाब देने वाला नहीं है। कंपनी लोगों के निवेश ( investment ) का हिसाब देने के लिए तैयार नहीं है।

कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग

यही वजह है कि सहारा इंडिया कंपनी की योजनाओं में निवेश करने वाले लोग सड़क पर उतरे और सरकार से न्याय दिलाने की मांग की। सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष प्रदर्शनकारियों ने पटोरी ( Patori ) स्टेशन चौक से अनुमंडल कार्यालय का घेराव किया। पीड़ितों ने अनुमंडल कार्यालय पर एक विरोध सभा का भी आयोजन किया गया। साथ ही एक मत से पटोरी में सहारा इंडिया के नाम से फर्जीवाड़े के खिलाफ कार्रवाई कर न्याय दिलाने की मांग की गई।

2008 से है पैसा लेने पर रोक

बता दें कि आरबीआई ने 2008 में ही शिकायत मिलने पर सहारा इंडिया ( Sahara India ) को जमाकर्ताओं से पैसा लेने से रोक लगा दिया था। सहारा इंडिया के खिलाफ आरोप सही पाने पर 2015 में आरबीआई ने सहारा इंडिया के नॉन बैंकिंग सेवाओं का लाइसेंस रद्द कर दिया था। 14 साल पहले रोक लगने के बावजूद पटोरी अनुमंडल अंतर्गत सहारा इंडिया की कई शाखायें फल-फूल रही हैं। यही नहीं, बल्कि वो लगातार बिना किसी भय के जमाकर्ताओं से पैसा ले रही हैं।

सहारा इंडिया के नाम अब भी जारी है फ्रॉड

सहारा इंडिया ( Sahara India ) की योजनाओं से मिलते जुलते नाम से फर्जीवाड़े का सिलसिला अब भी जारी है। स्थानीय लोगों व निवेशकों के आरोपों के मुताबिक हमारा इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड, सहारयन यूनिवर्सल मल्टीपरपज सोसायटी लिमिटेड और स्टार्स मल्टीपरपज कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड आदि नाम से फर्जी दस्तावेज भी बरामद हो रहे हैं। स्थानीय प्रशासन के अधिकारी ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं हैं।

पैसा वापस करने के लिए तैयार नहीं सहारा इंडिया

सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त 2012 में सहारा इंडिया को सभी निवेशकों का पैसा वापस करने को कहा था। तब देश के निवेशकों को सेवी के मार्फत पैसा क्लेम करना था। जबकि पटोरी में जमाकर्ताओं को पैसा वापस लौटाने की जगह विभिन्न सहकारी समितियों के अलग-अलग योजनाओं में धोखे से कन्वर्ट कर दिया गया। इसके बाद अब वो पैसा वापस नहीं दे रहे हैं।

अधिकारियों की उदासीनता के खिलाफ भी है लोगों में रोष

फर्जीवाड़े के शिकार लोग 16 फरवरी, 2022 को सुप्रीम कोर्ट से लेकर सरकार व उनके आला अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं। इसके बावजूद कार्रवाई न होने पर 21 फरवरी 2022 को क्षेत्र के हजारों जमाकर्ताओं ने अनुमंडल अधिकारी के समक्ष प्रदर्शन कर एक ज्ञापन सौंपा है।

प्रदर्शनकारियों ने पटोरी अनुमंडल क्षेत्र में संचालित सहारा इंडिया के सभी शाखाओं पर अविलंब कानूनी कार्रवाई कर रोक लगाने की मांग की है। ताकि और लोग सहारा इंडिया के नाम पर फर्जीवाड़े के शिकार न हों। इसके साथ ही पटोरी अनुमंडल अंतर्गत तुरंत नोडल अधिकारी की तैनाती कर सहारा इंडिया के नाम पर वसूली गई राशि दिलाने दिलाने की गुहार सुप्रीम कोर्ट से लेकर केंद्र और राज्य सरकार व संबंधित अधिकारियों से की गई है।

पटोरी के एसडीएम जफर आलम ने सहारा इंडिया के नाम पर फर्जीवाड़े पर तुरंत FIR कराने का भरोसा दिया है। उन्होंने फर्जीवाड़े के पीड़ितों से सहारा इंडिया में पैसा निवेश नहीं करने को कहा है समस्तीपुर जिलाधिकारी के आदेश व् पटोरी अनुमंडल अधिकारी के दिशा निर्देशानुसार संदीप कुमार पाल, थानाध्यक्ष पटोरी मामले की जांच में लगे हैं। जांच अधिकारियों ने जल्द ही इस मामले की जांच जिलाधिकारी को सौंपने का भरोसा दिया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।

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