NDTV के अगले मालिक बनने का रास्ता अडानी के लिए सेबी ने किया साफ, बस कुछ कागजी खानापूर्ति भर की दूरी
Adani-NDTV News : ओपन आफर के तहत एनडीटीवी का 26 फीसदी शेयर खरीदते ही गौतम अडानी इसके मालिक हो जाएंगे।
Adani-NDTV News : भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानि सेबी ( SEBI ) ने धनकुबेर गौतम अडानी ( Gautam Adani ) के समूह के नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड ( NDTV ) में के 26% हिस्सेदारी खरीदने के ओपन आफर को अपनी मंजूरी दे दी है। अगर अडानी ओपन आफर ( Open Offer ) के तहत 26 फीसदी को खरीद लेते हैं तो व न केवव इंडिया के बड़े मीडिया समूह के रूप में उभरकर सामने आएंगे बल्कि वो प्रणव रॉय और राधिका रॉय की जगह इसके मालिक भी बन जाएंगे।
ओपन आफर की प्रक्रिया पूरा होते ही उनका एनडीटीवी ( NDTV ) पर प्रभावी एकाधिकार हो जाएगा। यही वजह है कि एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति और एनडीटीवी के संस्थापकों के बीच अधिग्रहण की लड़ाई में ओपन आफर को एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है।
बाजार नियामक वेबसाइट के मुताबिक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड या सेबी ( SEBI ) ने अडानी समूह ( Adani Group ) की खुली पेशकश यानि ओपन आफर को मंजूरी दे दी है। यानि अडानी को मीडिया फर्म के अल्पसंख्यक शेयरधारकों से अधिक इक्विटी खरीदने की अनुमति मिल गई। इसके बाद अडानी ग्रुप ने ओपन आफर प्रस्ताव के रोल आउट की तारीख को संशोधित कर 22 नवंबर कर दिया है। यह 5 दिसंबर को बंद हो जाएगा। ओपन आफर के तहत अडानी ग्रुप ने प्रति शेयर की कीकत 294 रुपय तय की है। सेबी की वेबसाइट पर सोमवार को एक अपडेट के अनुसार उसने 7 नवंबर को प्रस्तावित 492.81 करोड़-ओपन ऑफर पर अपनी अंतिम मंजूरी दे दी थी।
NDTV के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने बोली का विरोध किया है। माना जा रहा है कि ओपन आफर की प्रक्रिया सबसे बड़े लोकतंत्र में प्रेस की स्वतंत्रता को खत्म कर देगा।
इससे पहले अडानी की शुरुआती योजना पिछले महीने अपना ओपन ऑफर पेश करने की थी, लेकिन सेबी की मंजूरी का इंतजार करने के कारण इसमें देरी हुई। बता दें कि अगस्त में अडानी ने एनडीटीवी की 29.18% हिस्सेदारी पर्दे के पीछे से हासिल कर लिया था।
इसके बाद विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल) यानि जिस फर्म को अडानी समूह ने खरीदा था ने घोषणा की कि वह एनडीटीवी के अल्पसंख्यक शेयरधारकों से अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए 17 अक्टूबर को एक खुली पेशकश शुरू करेगी। हालांकि, प्रस्ताव में देरी हुई क्योंकि सेबी ने खुली पेशकश को अपनी मंजूरी नहीं दी थी।
अगस्त में वीसीपीएल ने एएमजी मीडिया नेटवर्क्स और अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के साथ अतिरिक्त 26 प्रतिशत या 1.67 करोड़ इक्विटी शेयर 294 रुपये प्रति शेयर की पेशकश मूल्य पर हासिल करने का प्रस्ताव रखा था।
अगर ये सभी शेयर पूरी तरह से सब्सक्राइब किया जाता है, तो ओपन ऑफर294 प्रति शेयर की कीमत पर 492.81 करोड़ होगा। दरअसल, एनडीटीवी का अधिग्रहण करने के पीछे अडानी समूह का डिजिटल और प्रसारण के क्षेत्र में एक विश्वसनीय मीडिया प्लेटफॉर्म स्थापित करने की है।
वर्तमान में किसके पास है कितना शेयर
एनडीटीवी के प्रमोटर्स प्रणॉय रॉय के नाम कंपनी में 15.94 फीसदी हिस्सेदारी है। उनकी पत्नी और राधिका रॉय का कंपनी में 16.32 फ़ीसदी हिस्सा है। यानि दोनों मिलाकर 32.24 फीसदी हिस्सेदारी रॉय के पास है। प्रणॉय और राधिका ही आरआरपीआर के प्रोमोटर्स थे। अडानी के पास कंपनी के 29.18 फीसदी शेयर है। ये शेयर भी पहले एनडीटीवी के पास ही थे।
रिटेल निवेशकों के पास कंपनी के 12.57 फीसदी शेयर हैं। कॉर्पोरेट संस्थाओं के पास एनडीटीवी का 9.61 फ़ीसदी हिस्सा है। फारेन पोर्टफोलिया इन्वेस्टर्स यानी एफ़पीआई के पास 14.7 फ़ीसदी शेयर हैं। अन्य के पास कंपनी की 1.67 फ़ीसदी हिस्सेदारी है। अगर अडानी का ओपन ऑफर कामयाब रहा तो एनडीटीवी में उसकी कुल हिस्सेदारी 55 फीसदी से अधिक हो जाएगी। यानि एनडीटीपी पर मालिकाना हक प्रणव रॉय और राधिका रॉय के बदले गौतम अडानी हो जाएंगे।