Wipro, Nestle, ONGC और IOC से भी अमीर है ये मंदिर, 2.5 लाख करोड़ से भी अधिक निकली संपत्ति
Tirupati Temple Assets: भगवान वेंकटेश्वर के अति प्राचीन पहाड़ी मंदिर के प्रशासन ने अपनी संपत्ति के बारे में जानकारी दी। जिस मुताबिक तिरूमाला तिरूपति देवस्थानम (TTD) के पास ढाई लाख करोड़ से अधिक की संपत्ति है। यह संपत्ति सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कई दिग्गज कंपनियों के बाजार मूल्य से अधिक है...
Tirupati Temple Assets: भगवान वेंकटेश्वर के अति प्राचीन पहाड़ी मंदिर के प्रशासन ने अपनी संपत्ति के बारे में जानकारी दी। जिस मुताबिक तिरूमाला तिरूपति देवस्थानम (TTD) के पास ढाई लाख करोड़ से अधिक की संपत्ति है। यह संपत्ति सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कई दिग्गज कंपनियों के बाजार मूल्य से अधिक है। इसके अलावा मंदिर की लगभग 16 हजार करोड़ की फिक्स डिपॉजिट विभिन्न बैंकों में जमा है।
रविवार देर शाम आधिकारिक सूत्रों ने तिरूपति मंदिर से जुड़ी संपत्ति के बारे में जानकारी दी। उन्होने कहा कि मंदिर में श्रद्धालुओं के नकद और सोने के चढ़ावे में बढ़ोतरी की वजह से टीटीडी निरंतर बढ़ा है। इसके अलावा बैंक में जमा पैसे के ब्याज में बढ़ोतरी के चलते भी मंदिर की आमदनी बढ़ी है। प्रशासनिक निकाय से जुड़े लोगों ने बताया कि TTD की संपत्ति मोटे तौर पर ढ़ाई लाख करोड़ से अधिक है।
इससे पहले फरवरी में पेश किये गये 2022-23 के अपने करीब 31 सौ करोड़ रूपये के वार्षिक बजट में TTD ने बैंकों में नकद जमा से ब्याज के रूप में ही 668 करोड़ रूपये से अधिक की आय का अनुमान लगाया था। बजट में करीब 2.5 करोड़ भक्तों से सिर्फ नकदी के रूप में एक हजार करोड़ रूपये की आय की उम्मीद जताई गई है। इसके अलावा मंदिर के पास देशभर में करीब 900 अचल संपत्तियां हैं। जो 7 हजार एकड़ में फैली हुईं हैं।
विप्रो नेस्ले और ONGC से भी अमीर है मंदिर
भगवान वेंकटेश्वर मंदिर की कुल संपत्ति 2.5 लाख करोड़ रूपये यानी करीब 30 बिलियन अमेरिकी डॉलर से भी अधिक है। यह आईटी सेवा प्रदाता कंपनी विप्रो (Wipro), खाद्य व पेय कंपनी नेस्ले (Nestle) और सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी ओएनजीसी (ONGC) व आईओसी (IOC) के बाजार पूंजीकरण से भी अधिक है।
इतना मिला सोना
देवस्थानम के बैंक में जमा सोने में भी तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मंदिर का विभिन्न बैंकों के पास जमा सोना 2019 के 7.3 के मुकाबले बढ़कर अब 10.25 टन हो गया है। इसके अलावा कई पीएसयू और निजी बैंकों के साथ जून 2019 में 13, 025 करोड़ रूपये थी। यह रकम 30 सितंबर 2022 को बढ़कर 15, 938 करोड़ रूपये से अधिक हो गई है।