धीरेंद्र शास्त्री के भाई शालिग्राम पर दलित लड़की की शादी में मारपीट और कट्टे से धमकाने वाले मामले में गंभीर धाराओं में FIR, 11 दिन बाद भी नहीं हो पायी गिरफ्तारी
धीरेंद्र शास्त्री और पीड़ित दलित परिवार के गांव गढ़ा में इसाई धर्म से हिंदू धर्म में घरवापसी के लिए महायज्ञ का 19 फरवरी को समापन हुआ है और चूंकि बागेश्वर धाम का प्रबंधन और देखरेख में अब तक जिला प्रशासन व्यस्त थाए इसलिए धीरेंद्र शास्त्री के भाई की गिरफ्तारी तो दूर उस पर एससी एसटी एक्ट के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया था...
Bageshwar Dham sarkar Dhirendra Shastri Brother Saurabh Garg : बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री के भाई सौरभ गर्ग उर्फ शालिग्राम द्वारा दलित लड़की की शादी में जाकर मारपीट करने और कट्टा लहराने के मामले में अब जाकर पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है,, हालांकि अभी तक शालिग्राम को छतरपुर की तेजतर्रार पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पायी है।
पुलिस ने सौरभ गर्ग उर्फ शालिग्राम के खिलाफ एससी.एसटी समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी शालिग्राम ने छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में 11 फरवरी को दलित समुदाय की एक शादी में जाकर जमकर हंगामा मचाया था।
बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री के भाई शालिग्राम गर्ग के खिलाफ आईपीसी की धारा 294ए 323ए 506ए 427 और एससी.एसटी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई। गौरतलब है कि आरोपी सौरभ गर्ग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा था, जिसमें वह हाथ में कट्टा और मुंह में सिगरेट पीते हुए दिखायी दे रहा है और वीडियो में दलितों के साथ मारपीट करता हुआ भी नजर आ रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया के हर प्लेटफाॅर्म पर जमकर वायरल हो रहा है और लोग पूछ रहे हैं कि आखिर अभी तक पुलिस शालिग्राम को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पायी है।
जानकारी के मुताबिक इस मामले में पहले पुलिस पीड़ित परिवार की शिकायत तक दर्ज नहीं कर रही थी, बाद में जब वीडियो वायरल हुआ तो बमीठा थाना पुलिस ने दलित लड़की के पिता की शिकायत पर कल 20 फरवरी की शाम को मुकदमा दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि आरोपी शालिग्राम की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
अभी तक सौरभ गर्ग उर्फ शालिग्राम की गिरफ्तारी नहीं हो पाने को लेकर भी तमाम सवाल उठने शुरू हो गये हैं। कहा जा रहा है कि धीरेंद्र शास्त्री और पीड़ित दलित परिवार के गांव गढ़ा में चल रहे महायज्ञ का 19 फरवरी को ही समापन हुआ है और चूंकि बागेश्वर धाम का प्रबंधन और देखरेख में अब तक जिला प्रशासन व्यस्त था, इसलिए धीरेंद्र शास्त्री के भाई की गिरफ्तारी तो दूर उस पर एससी एसटी एक्ट के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया था।
बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री मीडिया से कह रहे हैं कि 19 फरवरी को 220 हिंदुओं ने घर वापसी की, क्योंकि इनमें से कई लोगों ने ईसाई धर्म अपना लिया थाए और चर्च जाने लगे थे। इसके साथ ही धीरेंद्र शास्त्री यह भी कहते हैं कि विश्व में धर्म सिर्फ एक है और वह है सनातन धर्म। घर वापसी करने वाले सभी लोग सागर के गांवों के बताए जा रहे हैं, मगर असल सवाल यह है कि क्या वाकई इन सारे लोगों ने अपनी इच्छा से घरवापसी की है। हालांकि यह वही धीरेंद्र शास्त्री हैं जो गोदी मीडिया का प्रमुख चेहरा मानी जाने वाली रूबिका लियाकत को भी मंच पर घर वापसी की बात कह चुके हैं।
जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक सौरभ गर्ग द्वारा दलित परिवार का उत्पीड़न किये जाने का यह वीडियो वीडियो 11 फरवरी को गढ़ा गांव का है। यहां अहिरवार समाज के एक परिवार में शादी के दौरान धीरेंद्र शास्त्री का छोटा भाई सौरभ गर्ग उर्फ शालिग्राम गर्ग पहुंचा और वहां पहुंचकर एक हाथ में सिगरेट और दूसरे में कट्टा लहराते हुए गाली-गलौज पर उतारू हो गया। वीडियो में ही नजर आ रहा है कि सौरभ गर्ग गाली देने के बाद एक युवक से मारपीट भी करता है। जब दूसरा युवक बीच बचाव करने पहुंचता है तो सौरभ गर्ग कट्टा लहराते हुए उसे जान से मारने की धमकी देता है। शादी में मौजूद लोग चुपचाप सौरभ गर्ग की बदतमीजियों के गवाह बने नजर आ रहे हैं।
जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक बागेश्वर धाम सरकारी धीरेंद्र शास्त्री के भाई के बदतमीजी का यह वीडियो राम आसरे अहिरवार ने शनिवार 18 फरवरी को फेसबुक पर पोस्ट किया है। सौरभ गर्ग की बदसलूकी के बाद कहा जा रहा है कि जिस परिवार को सौरभ धमका रहा है उसने बागेश्वर धाम में सामूहिक विवाह सम्मेलन में शादी करने से इंकार कर दिया था। गौरतलब है कि बागेश्वर धाम में महाशिवरात्रि के दौरान 121 गरीब लड़कियों के शादी का आयोजन किया गया था। इस शादी में सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी शामिल हुए थे। जानकारी के मुताबिक सामूहिक विवाह की सारी तैयारियां खुद बागेश्वर धाम सरकार ने की थी।