Criminal Police : मनीष गुप्ता हत्याकांड के बाद UP की खाकी पर एक और दाग, व्यापारी को घर से उठाकर अधमरा करने का आरोप
Criminal Police : सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'संत कबीर नगर में थाने में बंद व्यापारी के साथ बर्बरता गोरखपुर कांड की पुनरावृत्ति है...
Criminal Police (जनज्वार) : गोरखपुर में मनीष गुप्ता हत्याकांड के बाद यूपी की खाकी पर फिर बड़ा आरोप लगा है। नया मामला संत कबीर नगर में एक व्यापारी की पिटाई का है। व्यापारी गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस उन्हें घर से उठा ले गई और पीट-पीटकर अधमरा कर दिया।
आप सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है, 'धनघटा थाना पुलिस द्वारा शैलेंद्र वर्मा को थाने में बंद करके इस तरह से मारा कि हालत बहुत गंभीर हो गई है। शैलेंद्र वर्मा को इंसाफ दो धनघटा थाना अध्यक्ष को बर्खास्त किया जाए उनके साथ 32 पुलिसकर्मी थे रात में लाइट बंद करके मारा गया।'
जानकारी के मुताबिक, संत कबीर नगर (Sant Kabir Nagar) में एक जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में मारपीट हुई थी। पीड़ित शैलेंद्र वर्मा के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस बेटे को घर से उठा ले गई और थाने में जमकर पीटा। भाई सुधीर का आरोप है कि पुलिस ने शैलेंद्र को लाठियों से पीटा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी है। इस मामले को लेकर अखिलेश यादव ने भी सरकार को निशाने पर लिया है।
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'संत कबीर नगर में थाने में बंद व्यापारी के साथ बर्बरता गोरखपुर कांड की पुनरावृत्ति है। इसमें अच्छे-से-अच्छा इलाज और सच्ची जांच हो। इससे यूपी के कारोबारी भयभीत हैं। इससे यूपी में कारोबारी माहौल और होटल व्यवसाय पर बहुत ख़राब असर पड़ा है। भाजपा ने उप्र को भय-युक्त कर दिया है।'
ये हैं आरोप-प्रत्यारोप
पीड़ित शैलेंद्र के बड़े भाई सुधीर ने आरोप लगाया कि, 'पुलिस ने उन लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की धमकी दी थी। पुलिस ने अपनी वर्दी खुद फाड़ ली, बिल्ले नोंचे और उन लोगों पर फर्जी केस दर्ज करने की धमकी दी। आरोप है कि पुलिस ने यहां तक कहा कि वह अपनी जीप में आग लगा लेंगे और उन लोगों पर आरोप लगा देंगे।'
दूसरी तरफ पुलिस बता रही कि, 'आपसी विवाद के बाद दोनों पक्ष धनघटा थाने पर पहुंचे। यहां पर दोनों फिर भिड़ गए। दोनों पक्षों के बीच बचाव करने के दौरान तैनात एक सिपाही को चोट लग गई। एक पक्ष के युवक को ज्यादा चोट लगी, जिसे सीएचसी मलौली ले जाया गया, जहां से जिला अस्पताल और फिर वहां से गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।'