Impact : उन्नाव बवाल के दौरान महकमे की इज्जत मिट्टी में मिलाने वाले 4 पुलिसकर्मी निलंबित
लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए जाने के बाद सदर कोतवाल व मगरवारा चौकी प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा डीजीपी ने एसपी उन्नाव आनंद कुलकर्णी से स्पष्टीकरण भी मांगा है...
जनज्वार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बुधवार को हुए बवाल में पथराव से बचने के लिए पुलिसकर्मियों ने जो तरीका अपनाया था, वह हास्यास्पद था। इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद जनज्वार ने मुख्य रूप से दो तस्वीरों पर ही खबर लिखी थी। खबर छपने के बाद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने इसका संज्ञान लेकर नाराजगी जाहिर की है।
मामले में लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए जाने के बाद सदर कोतवाल व मगरवारा चौकी प्रभारी सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा डीजीपी ने एसपी उन्नाव आनंद कुलकर्णी से स्पष्टीकरण भी मांगा है। वहीं आईजी ने सीओ सिटी से भी जवाब तलब किया है। साथ ही मामले की जांच एएसपी रायबरेली को सौंपी गई है।
गौरतलब है की उन्नाव के देवीखेड़ा गांव में बुधवार 16 जून को दो युवकों की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। युवकों की मौत के बाद परिजनों ने भीड़ के साथ मुआवजे की मांग को लेकर शुक्लागंज-उन्नाव मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया था। जहां मौके पर अधिकतर पुलिसकर्मी बिना हेलमेट व बॉडी प्रोटेक्टर के पहुँचे थे।
उग्र भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया तो पुलिस लकड़ी की डलिया व प्लास्टिक के स्टूल से बचाव करती नजर आई। पथराव में 15 पुलिसकर्मियों के घायल होने की बात कही गई थी। आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने सदर कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्रा, मगरवारा चौकी प्रभारी अखिलेश यादव, हेड कांस्टेबल विजय भारती व सिपाही रामआसरे यादव को निलंबित कर दिया।
निलंबित पुलिसकर्मी हेलमेट की जगह सिर पर प्लास्टिक का स्टूल व लकड़ी की डलिया लेकर अपना बचाव करते दिखे थे। शोसल मीडिया पर तस्वीरें जमकर वायरल हुई थीं। सपा मुखिया अखिलेस यादव ने बी बिना कैप्शन दिए ही इन तस्वीरों को ट्वीट किया था। जनज्वार ने अखिलेश के ट्वीट के साथ खबर को इन्हीं दो फोटुओं पर छापा था। जिसके बाद डीजीपी मुख्यालय ने कार्रवाई के निर्देश सहित स्पष्टीकरण मांगा था।