Abdasa Assembly Seat: गुजरात में केजरीवाल को एक और झटका, कच्छ से उम्मीदवार वसंत वलजीभाई BJP में हुए शामिल, जानिए पूरा मामला

Abdasa Assembly Seat: गुजरात विधानसभा चुनाव में जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक पाटियों का चुनाव प्रचार जोर पकड़ता जा रहा है. इस बीच कच्छ जिले की अबडासा विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए बीजेपी प्रत्याशी को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी है.

Update: 2022-11-28 04:48 GMT

Abdasa Assembly Seat: गुजरात में केजरीवाल को एक और झटका, कच्छ से उम्मीदवार वसंत वलजीभाई BJP में हुए शामिल, जानिए पूरा मामला

Abdasa Assembly Seat: गुजरात विधानसभा चुनाव में जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीतिक पाटियों का चुनाव प्रचार जोर पकड़ता जा रहा है. इस बीच कच्छ जिले की अबडासा विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए बीजेपी प्रत्याशी को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी है.

अबडासा विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी ने वसंत वलजीभाई खेतानी को अपना उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया और जनता से बीजेपी उम्मीदवार प्रद्युमन सिंह जडेजा को जिताने की अपील की. वसंत खेतानी ने कहा कि वह गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा को अपना समर्थन देते हैं.

गौरतलब है कि गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए मतदान 2 चरणों में 1 और 5 दिसंबर को होंगे. कच्छ में पहले चरण में मतदान होगा. कच्छ में 6 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें पाकिस्तान की सीमा से लगे अबडासा, भुज और रापर के अलावा मांडवी, अंजार और गांधीधाम शामिल हैं. भाजपा ने 2017 में 4 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस ने रापर और अबडासा में जीत हासिल की थी, लेकिन अबडासा से विधायक ने 2020 में पार्टी छोड़ दी और बाद में भाजपा के टिकट से चुनाव जीता था. आम आदमी पार्टी ने कच्छ की सभी 6 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं, जिसमें अबडासा प्रत्याशी बीजेपी के पाले में चला गया.

इससे पहले सूरत ईस्ट विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी कंचन जरीवाला ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. आप ने भाजपा पर जरीवाला के अपहरण का आरोप लगाया था. हालांकि उन्होंने इस दावे को गलत बताया और अंतिम समय में अपना नामांकन वापस ले लिया, जिससे आम आदमी पार्टी सूरत ईस्ट सीट पर चुनाव लडऩे में ही असमर्थ हो गई.

इस मामले को लेकर आप नेता और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए थे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कंचन जरीवाला के अचानक लापता होने का दावा किया था. उन्होंने ट्वीट करके बीजेपी पर उनका अपहरण करने का आरोप लगाया था. लेकिन जरीवाला ने एक वीडियो जारी कर कहा कि किडनैपिंग के दावे झूठे हैं और वह अपने घर पर परिवार के साथ हैं.

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