Gujrat : प्रुडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट क्या है जो भाजपा को दे रहा थोक में चंदा, 5 साल में भगवा पार्टी को मिले 174 में से 163 करोड़
Gujrat Chunav 2022 : गुजरात ( Gujrat ) में जारी चुनावी आपाधापी के बीच एडीआर ( ADR report ) ने बड़ा खुलासा किया है। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच साल में 174 करोड़ में से भाजपा ( BJP ) को अकेले 163 करोड़ रुपए चंदा मिला।
Gujrat Chunav 2022 : आज सुबह आठ बजे से गुजरात विधानसभा चुनाव के तहत पहले चरण का मतदान जारी है। दूसरे चरण का मतदान पांच दिसंबर को होगा। इस बीच एडीआर ( ADR report ) ने बड़ा खुलासा कर सबको चौंका दिया है। एडीआर की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात में पिछले पांच साल में राजनीतिक दलों को 174 करोड़ रुपए बतौर चंदा ( Political donation ) मिला है। इसमें से 163 करोड़ चंदा अकेले भाजपा ( BJP ) को मिले हैं। यानि कुल चंदे की राशि से करीब 94 फीसदी चंदा भाजपा को मिले हैं। इसी से से आप ( AAP ) अंदाजा लगा सकते हैं कि विपक्षी दलों ( Political parties ) के लिए सियासी मैदान में भाजपा का मुकाबला करना कितना मुश्किल है।
वहीं, एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR report ) की पिछले पांच वर्षों में चुनावी बॉन्ड के माध्यम से राजनीतिक चंदे पर एक रिपोर्ट से पता चला है कि भाजपा ने गुजरात में कुल योगदान का 94% हिस्सा बतोर चंदा हासिल किया है।
एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2018 से अक्टूबर 2022 तक सभी पार्टियों को कुल मिलाकर 174 करोड़ रुपए का चंदा मिला, जिसमें भाजपा का हिस्सा 163 करोड़ रुपए था। कांग्रेस को 10.5 करोड़ रुपए और आम आदमी पार्टी को 32 लाख रुपए मिला। वहीं अन्य पार्टियों को 20 लाख रुपए मिले। राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को 2017-18 के बाद से खरीदे गए सभी इलेक्टोरल बॉन्ड का 65% या दो-तिहाई प्राप्त हुआ है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स को एसबीआई की गांधीनगर शाखा से एक आरटीआई क्वेरी का जवाब मिला है, जिसमें कहा गया था कि 343 करोड़ रुपए के 595 बॉन्ड खरीदे गए हैं। अप्रैल 2019 में सबसे अधिक संख्या में इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे गए। 137 बॉन्ड की कीमत 87.5 करोड़ रुपए थी।
अकेले प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से आये 74.3 करोड़
गुजरात में पांच साल की अवधि में राजनीतिक दलों द्वारा प्राप्त कुल कॉर्पोरेट दान (4,014.58 करोड़ रुपये) में से 4 प्रतिशत यानि 174 करोड़ रुपये गुजरात से मिले। इसमें से 74.3 करोड़ रुपए प्रूडेंट इलेक्टोरल नामक एक ट्रस्ट से आये हैं। इस ट्रस्ट के जरिए गुजरात की छह कंपनियों ने चंदा दिया।
प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट क्या है
प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ( Prudent Electoral Trust ) देश का सबसे अमीर इलेक्टोरल ट्रस्ट है। कॉरपोरेट जगत से राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले डोनेशन का लगभग 90 फीसदी हिस्सा इसके पास रहता है। इसे पहले यह सत्य इलेक्टोरल ट्रस्ट के नाम से जाना जाता था। इस ट्रस्ट नेसाल 2013-14 से भाजपा को सबसे ज्यादा फंड देने वालों में शामिल रहा है। कांग्रेस के शेयर में गिरावट आई है। दोनों पार्टियों मिलने वाले चंदे में फर्क बहुत ज्यादा है। 2019-20 में भाजपा को 216.75 करोड़ और कांग्रेस को सिर्फ 31 करोड़ रुपये मिला है।
Gujrat Assembly Election 2022 : बता दें कि गुजरात में दूसरे चरण के लिए चुनाव प्रचार चरम पर पहुंच गया है। भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता चुनावी मैदान में दम भर रहे हैं। भाजपा की ओर से पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और राज्यों के मुख्यमंत्री लगातार जनसभा कर पार्टी प्रत्याशियों को जिताने की अपील कर रहे हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता भी रोड शो और जनसभा कर लोगों को लुभाने में लगे हुए हैं।