9 दिन से लापता किसान की लाश दिल्ली के अस्पताल से बरामद, गाजीपुर बाॅर्डर पर आंदोलन को समर्थन देने निकला था घर से
पीलीभीत के भोपतपुर गांव के किसान बलविंदर सिंह 23 जनवरी को गाजीपुर सीमा पर किसानों के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए घर से निकले थे, जहां से वह 24 जनवरी को रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए थे...
पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 31 वर्षीय एक किसान का शव दिल्ली के एक अस्पताल में मिला है। वह पिछले नौ दिनों से लापता था। पुलिस का दावा है कि वह एक दुर्घटना में मारा गया, लेकिन परिवार के सदस्यों ने शव को देखने के बाद आरोप लगाया है कि उसकी हत्या की गई है।
पीलीभीत के भोपतपुर गांव के किसान बलविंदर सिंह 23 जनवरी को गाजीपुर सीमा पर किसानों के विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए घर से निकले थे, जहां से वह 24 जनवरी को रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गए थे।
बलविंदर के छोटे भाई वीरेंद्र सिंह ने कहा कि वह पिछले एक सप्ताह से गाजीपुर के पास अपने भाई की तलाश कर रहे थे।
पीलीभीत के किसान, जो बलविंदर के साथ थेए उनके बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके। 30 जनवरी को वीरेंद्र घर लौटा, और उसने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने एनसीआर के अखबारों में एक सर्च नोटिस भी प्रकाशित करवाया, जिसमें बलविंदर के बारे में जानकारी मांगी गई थी।
वीरेंद्र ने स्थानीय पत्रकारों को बताया, 1 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने यह कहा कि बलविंदर की मौत एक दुर्घटना में हुई है। यदि मेरा भाई तेज रफ्तार वाहन से टकरा जाता, जैसा कि दिल्ली पुलिस ने कहा है, तो उसके पेट और पैर की हड्डियां टूट जाती, लेकिन हमें उसके शरीर पर चोटों के कोई निशान नहीं मिले। जबकि चेहरे पर कई जख्म हैं,, जिससे ऐसा लगता है जैसे किसी ने कुचल दिया हो।'
वीरेंद्र अपने भाई के शव को अपने गांव वापस लाया और बुधवार 1 फरवरी को अंतिम संस्कार कर दिया।
इस मामले में पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक (एसपी) जय प्रकाश यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने बलविंदर सिंह की दुर्घटना में मौत की केवल जानकारी साझा की थी।