Impact : कानपुर में सीवर पानी की समस्या को लेकर जनता के साथ धरने पर बैठे पार्षद, जनज्वार ने प्रमुखता से दिखाई थी खबर
महिलाओं ने कहा कई सालों से सीवर और पानी की समस्याओं को लेकर त्रस्त चल रहे हैं। पानी मूलभूत जरूरतों में से एक है, सुबह का कुल्ला करने से लेकर रात तक पानी की जरूरतें रहती हैं, ऐसे में इसकी बाधा बनी रहती है....
मनीष दुबे की रिपोर्ट
जनज्वार, कानपुर। कानपुर साउथ के विश्व बैंक मुहल्ले में सीवर पानी की समस्या कई सालों से चल रही है। समस्या से तकरीबन एक से डेढ़ लाख की आबादी प्रभावित हो रही है। जनज्वार ने बीते दिनों इस समस्या को लेकर खबर दिखाई थी, जिसके बाद अब बीते 3 दिनों से यहां के पार्षद अर्पित यादव क्षेत्रीय जनता के साथ धरने पर बैठ गए हैं।
जनज्वार से बात करते हुए अर्पित यादव ने बताया कि पूर्व की अखिलेश यादव सरकार ने सीवर लाइन योजना को सुचारू रूप से चलाए जाने को लेकर निर्देश दिए थे, जो अब इस सरकार में ठप पड़ी हुई है। नगर निगम के अधिकारी पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है, लेकिन हम भी हार नहीं मानेंगे, हमे क्षेत्र की जनता का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है।
इस मुहल्ले में बीते कई सालों से पीने के पानी और सीवर की समस्याओं से जनता त्रस्त है। यहां का आधा एरिया पार्षद जितेंद्र सचान के दायरे में आता है, जो हाल ही में कांग्रेस छोड़कर सत्ताधारी बीजीपी में शामिल हो चुके हैं। बाकी का क्षेत्र सपा पार्षद अर्पित यादव के दायरे में आता है। भाजपा में शामिल हुए पार्षद का सपोर्ट मिलने की बात पूछने पर अर्पित यादव कहते हैं कि वो अब सरकार में शामिल हो चुके हैं, जनता त्रस्त है ऐसे में सड़क पर आकर आंदोलन जैसी चीज से क्या पता उन्हें दिक्कत हो।
खबर यह भी है कि मौजूदा वक्त में अधिकारी सत्ता के नेताओं को खुश करने में लगे हैं। इस सवाल के जवाब पर अर्पित यादव का कहना है कि हमे पूरा विश्वास है कि हमारी बात जरूर सुनी जाएगी। हमे जनमानस का भरपूर समर्थन मिल रहा है। आगे वक्त में अगर हमारी बात नहीं सुनी जाएगी तो हमारे बाजुओं में इतनी ताकत है कि इस धरने के बाद सड़क पर उतरकर आंदोलन का रूप दिया जाएगा। फिलहाल आज एक बजे हम लोग भ्रष्ट अधिकारियों के लिए सदबुद्धि हवन का आयोजन करने जा रहे हैं।
धरने में बैठी कईमहिलाओं ने कहा कई सालों से सीवर और पानी की समस्याओं को लेकर त्रस्त चल रहे हैं। पानी मूलभूत जरूरतों में से एक है, सुबह का कुल्ला करने से लेकर रात तक पानी की जरूरतें रहती हैं, ऐसे में इसकी बाधा बनी रहती है....एक अन्य महिला बताती है कि क्षेत्र में जब देखो सीवर उफान पर रहते हैं। इसका कभी आज दिन तक कोई स्थायी समाधान नहीं मिल सका है। हम लोग आजिज आ चुके हैं।
यहीं धरने में बैठे क्षेत्रीय नरेश सिंह चैहान ने जनज्वार से बात करते हुए कहा कि वह पार्षद के साथ धरने पर इसलिए बैठे हुए हैं, क्योंकि क्षेत्र में पानी की समस्या बड़ी विकराल है। मुहल्ले के लगभग डेढ़ सौ घरों में पानी की सप्लाई यानी वाटर लाइन ही नहीं पड़ी है। ऐसे में ये लोग क्या पियेंगे। कहीं समरसिबल लगा भी है तो वो कब तक किसी को पानी देगा। हमारी सरकार से मांग है कि हमारी समस्याओं को ध्यान देते हुए तत्काल प्रभाव से निस्तारण किया जाए।