रामनगर के पूछड़ी में वन विभाग ने थमाया 700 परिवारों के घर उजाड़ने का नोटिस, ग्रामीणों ने किया संघर्ष का ऐलान
लोकसभा चुनाव में वोट मांगते वक्त भाजपा सांसद अनिल बलूनी ने कसम खाकर कहा था कि किसी भी वन ग्रामवासी को बेघर नहीं किया जाएगा। आज जब हम गरीबों के घरों पर बुल्डोजर चलाने की धमकी दी जा रही है तो सांसद महोदय जनता के बीच से नदारद हैं...
रामनगर। रामनगर स्थित वन ग्राम पूछडी में वन विभाग द्वारा 700 से अधिक परिवारों को हटाए जाने का नोटिस देने के खिलाफ ग्रामीणों ने बैठक कर कल 14 अगस्त को प्रभागीय वनाधिकारी तराई पश्चिमी व एसडीएम कार्यालय पर प्रातः 10 बजे जुलूस निकालकर धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है। साथ ही 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस पर भी धरना आयोजित करने की चेतावनी दी है।
बैठक में वक्ताओं ने कहा की वन विभाग द्वारा वालों पूछड़ी को उजाड़ने के लिए की जा रही कार्यवाही पूर्णतया गैरकानूनी है तथा संविधान द्वारा प्रदत्त जीवन के अधिकार का उल्लंघन है। वक्ताओं ने कहा कि माननीय उत्तराखंड उच्च न्यायालय तथा सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि किसी भी व्यक्ति को हटाने से पहले उसका पुनर्वास किया जाना चाहिए। इसके बावजूद भी उत्तराखंड सरकार और वन विभाग हजारों लोगों के आशियाने तोड़ने की साजिश कर रहा है।
बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि लोकसभा चुनाव में वोट मांगते वक्त भाजपा सांसद अनिल बलूनी ने कसम खाकर कहा था कि किसी भी वन ग्रामवासी को बेघर नहीं किया जाएगा। आज जब हम गरीबों के घरों पर बुल्डोजर चलाने की धमकी दी जा रही है तो सांसद महोदय जनता के बीच से नदारद हैं। ग्रामीणों ने कहा कि यदि हमारे साथ जोर जबरदस्ती करने की कोशिश की तो हम अपनी जान दे देंगे परंतु अपना घर नहीं टूटने देंगे।
बैठक को एस लाल, सियाराम, संयुक्त संघर्ष समिति के ललित उप्रेती, उपपा नेता प्रभात ध्यानी, समाजवादी लोकमंच के मुनीष कुमार, महिला एकता मंच की सरस्वती जोशी, मौ ताहिर, रीना ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में परवीन, सीमा तिवारी, परी देवी, मंजू देवी, ज्योति, दुर्गा देवी, हलीमा, फरजाना, सैमी अहमद, मौ आसिफ समेत बड़ी संख्या में लोगों ने भागीदारी की।