UP : ग्राम प्रधान बना मनरेगा मजदूरों का भक्षक, बुजुर्ग मजदूर के खाते से जबरन हड़प लिए पैसे

बुजुर्ग मजदूर मोतीलाल पाल ने बताया कि मनरेगा खाते पर जो उसकी धनराशि आई थी, उसे ग्राम प्रधान अमरनाथ गुप्ता ने उसके खाते से निकाल लिया, रुपया निकालने के बाद मजदूर को 200 रुपये देकर भगा दिया गया...

Update: 2020-11-20 11:28 GMT

ग्राम प्रधान ने निकाल लिये गरीब बुजुर्ग मोतीलाल पाल के एकाउंट से जबरन मनरेगा मजदूरी के पैसे

जनज्वार, फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जनपद के देवमई ब्लॉक स्थित सराय बकेवर में मजदूर के साथ धांधली का मामला सामने आया है। इस मामले में एक ग्राम प्रधान ने मजदूर के मनरेगा खाते से रुपये निकाल लिए। मजदूर के विरोध करने पर प्रधान ने उसे 200 रुपये देकर भगा दिया, जिसके बाद बुजुर्ग मजदूर अपनी मेहनत की कमाई पाने के लिए दर-दर भटक रहा है।

मनरेगा में मजदूरी करने वाला गरीब बुजुर्ग मोतीलाल पाल ग्राम प्रधान अमरनाथ गुप्ता की धांधली साफ-साफ बयान कर रहा है। मजदूर मोतीलाल पाल ने बताया कि मनरेगा खाते पर जो उसकी धनराशि आई थी, उसे ग्राम प्रधान अमरनाथ गुप्ता ने उसके खाते से निकाल लिया। रुपया निकालने के बाद मजदूर को 200 रुपये देकर भगा दिया गया।

बुजुर्ग मोतीलाल पाल के मुताबिक ग्राम प्रधान द्वारा मनरेगा शौचालय कालोनी के नाम पर जमकर धांधली की जा रही है। मजदूर खुद मनरेगा के तहत कार्य करता है, उसकी खाते पर आई हुई धनराशि को ग्राम प्रधान ने निकाल लिया। मजदूर ने जब प्रधान की शिकायत डीएम साहब से करने को कहा तो प्रधान ने मजदूर को धमकी देते हुए कहा कि 'जिस मर्जी के पास चले जाओ उसे फर्क नहीं पड़ता।'

Full View

जिले के डीएम भले ही पूरे जनपद पर सख्त हों, पर ग्राम प्रधान को किसी भी आलाधिकारियों का जरा भी भय नहीं है। ग्रामीणों के मुताबिक कई ऐसे मामलों में ग्राम प्रधान लिप्त है। जांच होते ही दूध का दूध पानी का पानी साफ हो जायेगा। बावजूद इसके ब्लाक के कुछ आलाधिकारी भी चन्दे के चमत्कार में संलिप्त हैं, जिसके चलते प्रधान को कोई फर्क नही पड़ता।

अब देखना ये है कि क्या डीएम साहब इस मामले को गंभीरता से लेते हैं या झंडे के चमत्कार से ही मामला रफा-दफा हो जाएगा।

Tags:    

Similar News