IFFCO फूलपुर में बॉयलर फटने से 2 लोगों की मौत, दर्जनों मजदूर बुरी तरह घायल

Update: 2021-03-23 18:13 GMT

जनज्वार। आज 23 मार्च को प्रयागराज स्थित फूलपुर में इफको प्रबंधन में दोपहर करीब 02 बजे बॉयलर फटने से 2 की मौके पर मौत हो गई, और दर्जनभर से ज्यादा लोग घायल हैं। बॉयलर फटने से हड़कंप मच गया चारों तरफ अफरा-तफरी हो गई, जिसके बाद भारी तादाद में स्थानीय लोगों की भीड़ इफको गेट के बाहर इकट्ठा हो गई।

बॉयलर फटने की यह कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी अमोनिया गैस लिक हो चुकी है जिसमें कई मजदूर-अधिकारियों की मौत हो गई थी। अभी कुछ महीने पहले एक मजदूर जो बीमार था, उसे अस्पताल भेजने के बजाय काम पर भेज दिया गया और काम के दौरान उसकी मौत हो गई, उनके बड़े संघर्ष के बाद पहली बार इफको प्रबंधन के ऊपर एफआईआर दर्ज हुई।

इस हादसे में पाली गांव फूलपुर के प्रदीप यादव और औद्योगिक क्षेत्र मुंगारी के विजय यादव की मौत हो गयी है। घायलों में गुलाबचंद,मलकापुर,फूलपुर, शिव प्रकाश,सराय देवा, मछलीशहर, जौनपुर, शिव कुमार,सराय देवा,मछलीशहर, सोनू,सराय देवा,मछलीशहर, भुल्लन राम,सराय देवा,मछलीशहर, वीरेंद्र पाल,सराय देवा,मछलीशहर, विजय सिंह, करूआडीह, फूलपुर, जंग बहादुर,करूआडीह,फूलपुर, संदीप पटेल,गडौर,फूलपुर, अंकित यादव,सराय अब्दुल मलिक, फूलपुर, नंद लाल यादव,वीरभानपुर,बहरिया, रमा शंकर,अभयीपुर, बहरिया, चंद्रशेखर, भटहर, मीरगंज,जौनपुर,  छत्रपाल,  वेणु गोपाल और हूवपाल शामिल हैं।

जिस कारखाने का निर्माण फ़ुलपुर क्षेत्र को खुशहाल बनाने के लिए किया गया था, अब वह स्थानीय लोगों के लिए प्रबंधन की बदनीयती से अभिशाप बनता जा रहा है। आये दिन अमोनिया गैस लीक होती है। आसपास के क्षेत्र का भूमिजल स्तर लगातार नीचे जा रहा है, इफको से निकलने वाले कचड़े से प्रदूषण बढ़ रहा है, किसानों की खेती बर्बाद हो रही है, प्रबंधन के लोगों को जरा भी इस बात का चिन्ता नही है कि तमाम सुख-सुविधाओं को तो आप पुनः इकट्ठा कर लेंगे, लेकिन जिन मजदूरों की मौत हो जा रही है उन परिवारों को क्या जवाब देंगे?

इफको कारखाने में हुई घटना पर रोष व्यक्त करते हुए ऐक्टू राष्ट्रीय सचिव डॉ. कमल उसरी ने कहा हम लोग आज सुबह से ही शहीदे आज़म भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू की शहादत दिवस मनाने की तैयार कर रहे थे कि अचानक दोपहर में भोजनावकाश के समय कारखाने में कार्यरत मजदूर साथियों द्वारा यह खबर आई की अंदर बॉयलर फट गया है, कई मजदूरों की मौत हो गई है और कई घायल है, हम सब इफको प्रशासन से यह जानकारी करते रहे कि वर्तमान स्थिति क्या है? लेकिन प्रबंधन किसी तरह की जानकारी देने से मुँह छुपाता रहा है।

कमल उसरी ने कहा इफको प्रबंधन के पास पुरस्कार बाटने, धार्मिक स्थलों के निर्माण के लिए चंदा देने, अधिकारियों के ऐशो आराम के लिए बजट है, लेकिन जिन मजदूर-कर्मचारियों के हाड़ तोड़ मेहनत से यह प्रबंधन चल रहा है, उन मजदूरों कर्मचारियों की जीवन रक्षा के लिए बजट नहीं है। हम शासन प्रशासन से मांग करते हैं इफको प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हो, मृतक आश्रित को स्थाई नौकरी दी जाए। पचास लाख रुपए मुआवजा दिया जाए, पुनः ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसकी गांरटी की जाये। शासन-प्रशासन उच्च स्तरीय जाँच समिति बनाकर जांच कर दोषी अधिकारियों को बर्खास्त करें और ठेकेदार का लाइसेंस निरस्त किया जाए।

इफको फ़ुलपुर ठेका मजदूर संघ सम्बद्ध ऐक्टू मंत्री देवानंद ने कहा यह प्रबंधन द्वारा मजदूरों की सीधे सीधे हत्या है, ठेका मजदूरों में प्रबंधन आपसी एकता बनने नहीं देता है, जिससे मजदूरों का शोषण होता रहता है, दुर्घटना घटने पर प्रबंधन मनमानी कर पाने में सक्षम हो जाता है, लेकिन हम लोग लगातार रात-दिन एकता बनाने की कोशिश में लगे रहते हैं। हमे पूरा यकीन है एक दिन हमारे एकता के बल पर प्रबंधन के शोषण को समाप्त करने में हम जरूर कामयाब होंगे।

सभी इफको ठेका मजदूरों ने शाम पांच बजे मृतक मजदूरों को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रंद्धाजलि अर्पित की। श्रदांजलि सभा में डॉ. कमल उसरी, देवानंद, जय प्रकाश मनोज, त्रिलोकी पटेल, द्वारिका, इत्यादि शामिल रहे।

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