Lucknow News : नौकरी छोड़ने के बावजूद न्यूज चैनल प्रबंधन ने अपने घायल पत्रकार का कराया इलाज, अब भी है मदद की दरकार

Lucknow News : इलाज में अब तक लाखों रुपये खर्च हुए हैं। अभी तक का खर्च स्‍वदेश न्‍यूज चैनल प्रबंधन ने किया है। सैनी ने स्‍वदेश चैनल छोड़ दिया था, उसके बावजूद स्‍वदेश प्रबधंन ने इलाज में मदद दी है...

Update: 2021-10-19 04:15 GMT

(हादसे में घायल घनश्याम चौरसिया और दुर्घटनाग्रस्त कार)

Lucknow News (जनज्वार) : यूपी की राजधानी लखनऊ में स्‍वदेश न्‍यूज चैनल के लिये कार्यरत रिपोर्टर घनश्‍याम चौरसिया और उनके साथी शिव ओम सैनी भोपाल जाते समय ललितपुर में हुए एक दर्दनाक हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गये। रांग साइड से आ रहे ट्रक उनकी कार को टक्‍कर मारकर पीछे की तरफ धकेलते हुए पलट गई।

इस हादसे में घनश्‍याम को तो चोटें आई हीं, उनके साथी पत्रकार शिव ओम बुरी तरह घायल हो गये। ललितपुर जिला अस्‍पताल के डाक्‍टरों ने ओम की जिंदगी बचाने के लिये लखनऊ या भोपाल ले जाने की सलाह दी। ललितपुर से भोपाल की कम दूरी देखते हुए घनश्‍याम अपने साथी को लेकर भोपाल पहुंचे जहां उन दोनों का इलाज चल रहा है।

इलाज में अब तक लाखों रुपये खर्च हुए हैं। अभी तक का खर्च स्‍वदेश न्‍यूज चैनल प्रबंधन ने किया है। सैनी ने स्‍वदेश चैनल छोड़ दिया था, उसके बावजूद स्‍वदेश प्रबधंन ने इलाज में मदद दी है। अब ओम का कूल्‍हे के ऑपरेशन एक दूसरे अस्‍पताल में हो रहा है, जहां उन्‍हें पैसों की जरूरत है। ओम की जिंदगी तो बच गई है, लेकिन वह अभी खतरे से पूरी तरह बाहर नहीं हुए हैं। अभी इलाज चल रहा है। इस समय ओम को मदद की जरूरत है।

घनश्याम चौरसिया बताते हैं, मैं सीनियर रिपोर्टर स्वदेश न्यूज चैनल, राज्य मुख्यालय लखनऊ में कार्यरत हूं। शनिवार रात को मैं लखनऊ से भोपाल अपने चैनल के ऑफिस आगामी यूपी चुनाव को लेकर मीटिंग में जा रहा था। रविवार 10 अक्टूबर की सुबह 8:10 बजे बिरधा के पास मोड़ पर रॉन्ग साइड से आकर ट्रक जिसका रजिस्टरेशन नंबर 'RJ 32 GC 2596' है, ने हमारी वाहन हुंडई वेन्यू कार 'UP 32 LT 8063' पर सीधा चढ़ा कर पीछे की तरफ लगभग 100 मीटर तक ढकेलते हुए ले गया।

रॉन्ग साइड से आ रहे ट्रक की रफ्तार इतनी तेज थी कि बगल के खाई में पलट गई। जिसके बाद हमारे साथी शिवओम सैनी और मैं बुरी तरह घायल हो गये। उल्टे साइड से आकर बीचो-बीच सीधे टक्कर मारने से साफ प्रतित हो रहा था कि ये कोई हादसा नहीं बल्कि मारने के नियत से गाड़ी उपर चढ़ाई गई थी। ट्रक से ड्राइवर निकल कर भाग गया।

जिसके बाद मैं खुद 112 को कॉल करके मदद मांगी और इलाज के लिए नजदीकी सरकारी अस्पताल गया। वहां से डॉक्टर ने स्थिति गम्भीर देखते हुए जिला अस्पताल ललितपुर  रेफर कर दिया। स्थिति और गम्भीर होते गई जिसके बाद जिला अस्पताल के डॉक्टर ने भी रेफर करते हुए सलाह दी कि पीड़ित की स्थिति नाजुक है इनको लखनऊ या भोपाल के बड़े अस्पताल में तुरंत इलाज करवायें नहीं तो जान जाने का खतरा बना हुआ है।

जिसके बाद वहां से प्राइवेट एम्बुलेंस करते हुए भोपाल के सिद्धान्ता रेडक्रॉस सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है और उनकी इलाज आईसीयू में चल रही है। स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है। इलाज करवाने को प्राथमिकता देते हुए अभी तक कोई भी कानूनी परिक्रिया करने में असमर्थ था।

स्वदेश न्यूज के डायरेक्टर संजय श्रीवास्तव और मैनेजिंग एडिटर आर पी श्रीवास्तव को जब पता चला कि उनके संवाददाता रोड हादसे में घायल हो गया है तो उन्होंने आनन फानन में भोपाल के प्रतिष्ठित अस्पताल सिद्धान्ता रेडक्रॉस हॉस्पीटल में भर्ती करवाया। आईसीयू में इलाज चला। जिसके बाद दो मेजर फ्रैक्चर आपरेशन के लिए भोपाल फ्रेक्चर हॉस्पीटल में भर्ती करवाया गया है। जहां पर उनका इलाज चल रहा है।

स्वदेश न्यूज प्रबंधन ने अबतक लगभग 6 लाख रुपये तक का इलाज खुद उठाया। आज के समय में जब पत्रकारों को उनकी सेलरी तक मीडिया संस्थान नहीं देते हैं, ऐसे वक्त में स्वदेश न्यूज चैनल के प्रबंधन का ऐसा फैसला काबिले तारिफ है। उन्होने आगे भी हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया। डायरेक्टर और मैनेजिंग एडिटर के दखल से ही बुरी तरह से घायल पत्रकारों का सही इलाज सम्भव हो पाया। सिद्धांता रेडक्रॉस हॉस्पीटल के डायरेक्टर डॉक्टर सुबोध वर्षेण्य के देख रेख में बेहतर इलाज चल रहा है।

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