Madhya Pradesh News : बेरोजगार युवाओं ने रैली निकाल किया कलेक्टर कार्यालय का घेराव, तख्ती पर लिखा - भर्ती की अर्थी
Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के खंडवा में बेरोजगारी से जूझ रहे युवाओं ने एक रैली निकाल कर सरकार के खिलाफ सत्याग्रह किया, इसके साथ ही बेरोजगार युवाओं ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव भी किया और सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए...
Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश के खंडवा में बेरोजगारी से जूझ रहे युवाओं ने एक रैली निकाल कर सरकार के खिलाफ सत्याग्रह किया। इसके साथ ही बेरोजगार युवाओं ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव भी किया और सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए। बेरोजगार युवाओं की मांग थी कि सरकार ने 2016 - 17 के बाद से कोई वेकेंसी नहीं निकाली है। सरकार जल्दी वेकेंसी निकाले ताकि युवाओं को रोजगार मिले सके। सबहि बेरोजगार बच्चे सरकार की नीतियों से परेशान है। सभी चाहते हैं कि एमपीपीएससी के जो रिजल्ट रुके हुए हैं, उन्हें जारी किया जाए। 2021 का एमपीपीएससी ठीक नहीं लगा रहा। 2019 का रिजल्ट अभी नहीं आया है तो 2022 का क्या होगा।
तख्ती पर लिखा - भर्ती की अर्थी
बता दें कि बेरोजगार युवाओं ने युवा रैली में चलते हुए अपने हाथ में तख्तियां पकड़ी हुई थी। उन तख्तियों में सरकार के खिलाफ नारे लिखे हुए थे। कुछ युवाओं के हाथ में जो तख्तियां थीं, उसपर मध्य पदेश भर्ती की अर्थी का नारा लिखा हुआ था।
सरकार के कारण बढ़ रही बेरोजगारों की संख्या
खंडवा में शासन के खिलाफ शहर के बेरोजगार युवक-युवतियों ने अपनी मांगों को लेकर सरकारी भर्ती के लिए नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। कई वर्षों से बेरोजगारी से जूझ रहे युवकों ने जमकर अपनी भड़ास सरकार के खिलाफ निकाली। बेरोजगार युवकों का कहना था कि वर्षों से पढ़ते आ रहे हैं। प्रदेश सरकार सरकारी भर्ती को लेकर कोई निर्णय समय पर नहीं ले पाती है। इसी का नतीजा है कि बेरोजगारों की संख्या प्रदेश और जिले में लगातार बढ़ती ही जा रही है। डिग्रियां लेकर हम सड़कों पर घूम रहे हैं लेकिन नौकरी देने के नाम पर सरकार मुंह फेर लेती है।
सरकार की नीतियों से परेशान है बेरोजगार युवा
वहीं एक बेरोजगार युवती ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान मां हर वर्ष एक लाख युवक-युवतियों को नौकरी देने का वादा करते हैं लेकिन यह सब कागजों पर ही सीमित है। कई वर्षों से हम बेरोजगार युवक-युवती कलेक्टर कार्यालय में आकर आवेदन करते हैं लेकिन अभी तक हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई है। सरकार की नीतियों से हम परेशान हैं। इसी कारण व्यापार हो या सरकारी नौकरियां उनमें बेरोजगारों को लेकर एक तरीके से ही प्रताड़ित किया जा रहा है। हमारी शासन ने मांग है कि बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए सरकारी नौकरियां निकाले ताकि हमारा भविष्य और हमारे परिवारजनों का जीवन यापन कर सके।