Kanpur News: मौत की टेनरियां ले चुकी हैं अब तक 10 जानें, कल के हादसे में तीन मासूमों के सिर से उठा पिता का साया

Kanpur News: उत्तर प्रदेश का कानपुर भले ही स्मार्ट सिटी में शामिल हो गया हो, लेकिन आज भी सेप्टिक टैंक की सफाई में होने वाली मौतें तकनीकी लिहाज से पिछड़ेपन को दर्शाती है। बीते दो माह से भी कम समय में सेप्टिक टैंक में नौ मजदूरों की मौतें हो चुकी हैं...

Update: 2022-11-12 05:15 GMT

Kanpur News: जहरीले टैंकों ने ली दो महीनें में 9 जानें, कल के हादसे ने 2 मासूम बेटियों और 4 माह के बच्चे से छीना पिता का साया

Kanpur News: उत्तर प्रदेश का कानपुर भले ही स्मार्ट सिटी में शामिल हो गया हो, लेकिन आज भी सेप्टिक टैंक की सफाई में होने वाली मौतें तकनीकी लिहाज से पिछड़ेपन को दर्शाती है। बीते दो माह से भी कम समय में सेप्टिक टैंक में नौ मजदूरों की मौतें हो चुकी हैं। कल शालीमार टेनरी में हुई तीन मौतों से पहले भी सितंबर और अक्टूबर में तीन-तीन मजदूरों की मौतें हो चुकी हैं। 

जाजमऊ के गज्जूपुरवा स्थित शालिमार टेनरी के वेस्ट टैंक में जहरीली गैस की चपेट में आने से तीन मजदूरों की मौत ही नहीं हुई, बल्कि तीन परिवारों की खुशियों की भी मौत हो गई। तीनों ही अपने परिवार की अकेले जिम्मेदारी उठाने वाले थे। लेकिन टेनरी संचालक की लापरवाही परिवारों की रीढ़ टूट गई। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बिलखते परिजनों की आहें सुनकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भर आईं।

दो मासूम बेटियों का पिता था सुखवीर 

कानपुर देहात में बिसलाया गांव के मूल निवासी सुखबीर 6 भाइयों व दो बहनों में पांचवे नंबर के थे। सुखबीर के परिवार में पत्नी रितु, 5 साल की बेटी प्रिंसी, और 3 साल की नैंसी है। उनके साले विक्की ने बताया कि देर शाम बहनोई घर नहीं पहुँचे चो बहन ने फोन किया। फोन उठाने वाले ने खुद को एंबुलेंस का चालक बताकर कहा कि सुखबीर हैलट में है। उसकी हालत गंभीर है। घरवाले अस्पताल पहुँचे तो सुखबीर की मौत हो चुकी थी। मौत के बाद बेसहारा हुई पत्नी और दो मासूम बेटियां पिता के शव से लिपटकर रोती रहीं। 

पिता को ठीक से पहचान भी न सका था 4 माह का मासूम 

बिधनू के बिनगवां कैलाशनगर के रहने वाले जल संस्थान सफाईकर्मी सुंदर लाल का बेचा सोनू सोनकर दो साल से सीवर सफाई में लगे ट्रैक्टर का चालक था। सोनू की पत्नी नंदिनी ने चार माह पहले ही बेटे को जन्म दिया था। बच्चा पिता को ठीक से पहचान भी नहीं पाया था और सिर से साया उठ गया। परिजन हैलट पहुँचे तो बाहर तीन शव रखे हुए थे। जिनमें एक शव सोनू का भी था। सोनू पांच भाइयों में तीसरे नंबर का था। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल था, वह एक बार बेटे को देखती फिर पति की लाश। 

पहले भी जान ले चुकी हैं टेनरियां 

1. 6 साल पहले बुढ़िया घाट पर स्थित अनीस टेनरी में गैस रिसाव से टेनरी मालिक समेत दो की मौत हो गई थी। 

2. चार साल पहले जाजमऊ के अशर्फाबाद स्थित इंपैक्ट टेनरी में टैंक की सफाई के दौरान दो की मौत हुई थी। 

3. ढाई साल पहले इब्राहिम की शीतला बाजार स्थित टेनरी में जहरीली गैस के रिसाव से तीन मजदूरों की मौत हो गई थी। 

4. दो साल पहले चकेरी के संजय नगर में मुन्ना लखपति की टेनरी में गैस रिसाव से दो कर्मचारियों की मौत हो गई थी।  

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