बेरोजगारों के दबाव में विधानसभा की भर्तियां करनी पड़ीं रद्द, विधानसभा अध्यक्ष ने सचिव को किया सस्पेंड
Uttarakhand Bharti Ghotala : विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों के मामले के तूल पकड़ने के बाद स्पीकर रितु खंडूरी ने मामले की जांच के लिए समिति बनाने की घोषणा की थी। कल देर रात विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष को सौंपी...
Uttarakhand Bharti Ghotala : बेरोजगार युवाओं द्वारा प्रदेश में हुए भर्ती घोटालों की सीबीआई जांच की मांग के लिए चलाए जा रहे आंदोलन के दबाव में विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने विधानसभा सचिवालय में हुई सभी तदर्थ की भर्तियों को निरस्त करने की घोषणा की है। इन भर्तियों की जांच के लिए बनाई गई समिति ने देर शाम ही विधानसभा अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसके अलावा विधानसभा सचिव को भी विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने निलंबित कर दिया है।
मालूम हो कि विधानसभा में बैक डोर से हुई भर्तियों के मामले के तूल पकड़ने के बाद स्पीकर रितु खंडूरी ने मामले की जांच के लिए समिति बनाने की घोषणा की थी। कल देर रात विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट विधानसभा अध्यक्ष को सौंपी।
मामले की जांच के दौरान समिति ने पाया की जो तमाम तदर्थ नियुक्तियां की गई थीं उनमें अनियमितताएं की गई हैं। समिति ने तमाम नियुक्तियों को निरस्त करने की सिफारिश की थी।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि 2016 के 150 पद, 2020 के 6 और 2021 के 72 पदों की भर्ती निरस्त की जा रही हैं। इन नियुक्तियों के लिए न तो कोई परीक्षा ही आयोजित की गई थी और न ही किसी तरह की विज्ञप्ति जारी की गई थी। इसी के साथ स्पीकर खंडूरी ने विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को भी निलंबित किए जाने की घोषणा की है।