किसानों ने PM Modi को लिखा खुला खत, घर वापसी के लिए रखी 6 शर्तें
किसान नेताओं ने घरवापसी या किसान आंदोलन वापस लेने के लिए पीएम मोदी के सामने छह मांगें रखी हैं।
नई दिल्ली। शुक्रवार यानि 19 नवंबर को तीनों कृषि बिलों की वापसी ( Farm Laws Repealed ) की घोषणा के बाद किसान संगठनों के नेताओं ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) के नाम खुला खत लिखा है। साथ ही घरवापसी या किसान आंदोलन ( Kisan Andolan ) वापस लेने के लिए छह मांगें भी उनके सामने रखी है। किसानों ने कहा है कि मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान संगठनों ने इसके साथ ही बातचीत का सिलसिला फिर से शुरू करने की अपील भी की है।
किसानों की छह शर्तें :
1. सरकार शीतकालीन सत्र में MSP गारंटी कानून बनाए।
2. आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे केंद्र सरकार।
3. देशभर में किसानों पर दर्ज मुकदमें वापस लिए जाएं।
4. केंद्र सरकार लखमीपुर खीरी की घटना के संबंध में केंद्रीय मंत्री (अजय मिश्रा टेनी) को बर्खास्त करे।
5. इलेक्ट्रिसिटी बिल पर बिल पर विचार करे सरकार।
6. एमएसपी समिति, उसके अधिकार, उसकी समय सीमा, उसके कर्तव्यों को स्पष्ट उल्लेख।
इससे पहले तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के फैसले के बाद पहली बार हुई एसकेएम की बैठक हुई। इस बैठक में MSP गारंटी, आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा, किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने सहित अन्य मुद्दों पर आम सहमति बनी। इस बीच खबर यह भी है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल बुधवार को अपनी बैठक में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के विधेयकों को मंजूरी दे सकता है।
किसान नेता राजेवाल ने बताया कि किसान संयुक्त मोर्चा ( SKM ) अब 27 नवंबर को फिर से बैठक करेगा। उसके बाद स्थितियों को देखते हुए आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी जी ( PM Modi ) ने अच्छा कदम उठाया है। किसान संगठनों को उम्मीद है आगे भी वो अच्छी पहल करेंगे।