40 किलो सोना और 6.5 करोड़ कैश बरामद, इस कालेधन का मालिक कौन, क्या नोएडा पुलिस ने सुलझा दी गुत्थी?

किशलय पांडेय ने पुलिस को बताया है कि वह और उसके पिता विदेश में हैं। इसके बाद पुलिस ने दोनों के पासपोर्ट की डिटेल हासिल करने की कार्रवाई के लिए आवेदन भी कर दिया है...

Update: 2021-06-14 11:00 GMT

(नोएडा पुलिस ने बड़ी बरामदगी और प्रापर्टी किसकी पता चली है यह जानकारी इनकम टैक्स व ईडी को दे दी है।)

जनज्वार डेस्क। नोएडा पुलिस ने शनिवार 12 जून को पूर्वांचल सिल्वर सिटी सोसायटी से चोरी किया हुआ 40 किलो सोना और 6.5 करोड़ कैश बरामद किया था। इस संपत्ति पर मालिकाना हक को लेकर सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा हो रही है। इस बीच नोएडा पुलिस ने रविवार 13 जून को वहीं बात दोहराई कि यह किया हुआ सोना और कैश राममणि पांडेय और उनके बेटे किशलय पांडेय का ही होने की सूचना है। पुलिस ने शनिवार को किशलय पांडेय से पूछताछ की थी। वहीं किशलय ने अपने ट्विटर हैंडल से इस मामले में बयान जारी किया है।  

नोएडा पुलिस बाप-बेटे की कई कंपनियों के रिकॉर्ड भी जुटाए हैं। पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आयी है कि जिस फ्लैट से चोरी हुई वह सोसायटी के टावर-5 में है। इस मामले को लेकर नोएडा पुलिस के शीर्ष अधिकारियों और जांच के नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को शनिवार और रविवार को कई घंटों तक बैठक भी हुई। 

नोएडा पुलिस ने बड़ी बरामदगी और प्रापर्टी किसकी पता चली है यह जानकारी इनकम टैक्स व ईडी को दे दी है। अब इनकम टैक्स और ईडी दोनों की कार्रवाई अहम मानी जा रही है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इनकम टैक्स ने अपनी जांच भी शुरू कर दी है। अभी यह तय नहीं हो पाया है कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट इस मामले में कोई नया केस दर्ज करवाएगा या फिर पुलिस की तरफ से जो बरामदगी का केस दर्ज किया गया है उसी में जांच आगे बढ़ाई जाएगी।

किशलय पांडेय ने पुलिस को बताया है कि वह और उसके पिता विदेश में हैं। इसके बाद पुलिस ने दोनों के पासपोर्ट की डिटेल हासिल करने की कार्रवाई के लिए आवेदन भी कर दिया है।

यह माना जा रहा है कि सोमवार को यह जानकारी नोएडा पुलिस को मिल जाएगी। कि यह कब-कब भारत आए और कब गए। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि उनके पास यह मजबूत इनपुट है कि चोरी होने की सूचना के बाद किशलय दिसंबर-जनवरी में भारत आया था।

कौन है किशलय पांडेय

बताया जा रहा है कि किशलय सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं। हालांकि पुलिस का यह भी दावा है कि किशलय के पास लॉ की जो डिग्री है वह भी फेक है। किशलय पर कई धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं।

किशलय ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस केस में स्टेटमेंट जारी किया है। उनके ट्विटर पर लिखा है सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया में सॉलिटियर, फिलॉसफर और राइटर। इसी अकाउंट से किशलय ने स्टेटमेंट जारी करके लिखा कि उन्हें फंसाया जा रहा है।

किशलय ने लिखा, 'केंद्र सरकार और आम लोगों के साथ धोखाधड़ी और स्कैम के कई केस के खिलाफ मैं सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहा हूं। मुझे विश्वास है कि मेरे खिलाफ इन्हें स्कैम करने वालों ने षडयंत्र रचा है। इन स्कैम करने वालों ने बड़े स्तर पर आम पब्लिक का धन खाया है। ये यही लोग हैं जो मुझे फंसा रहे हैं और मेरे खिलाफ षडयंत्र रच रहे हैं।'

किशलय ने आगे लिखा, 'घोटालों के खिलाफ मेरी लड़ाई को कमजोर करने के लिए और देश के लोगों के लिए मेरी इंसाफ की लड़ाई को हतोत्साहित करने के लिए यह सब किया जा रहा है, लेकिन वे गलत हैं। मैं अब अपने प्रयासों को डबल करूंगा ताकि देश के लोगों को न्याय मिल सके। मैं नोएडा पुलिस की जांच में पूरा सहयोग कर रहा हूं, और कानून के हिसाब से आगे भी करता रहूंगा।'

किशलय ने कहा, 'न तो वह फ्लैट मेरा है न ही उस फ्लैट से बरामद सोना और कैश से मेरा कोई संबंध है। मेरे ऊपर जो केस दर्ज होने की बात कही जा रही है वह एक तो दूसरा मामला है, और दूसरा वे केस 18-19 साल पुराने हैं।'

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