अब नहीं बच पाएगी Kangana Ranaut, बिफरे कांग्रेस नेता आनंद शर्मा बोले - 'आजादी और भीख' वाली बात पर PM Modi तोडें 'चुप्पी'
पीएम मोदी को कंगना के बयान पर राष्ट्र को बताना चाहिए कि क्या वह सुश्री रनौत के विचारों का समर्थन करते हैं? यदि नहीं, तो सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। सुश्री रनौत को दिया गया पद्म पुरस्कार तुरंत वापस लेना चाहिए।
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रानौत ( Kangana Ranaut ) ने एक दिन पहले 1947 में आजादी भीख में मिली जबकि असली आजादी 2014 में मिली। यह बयान देकर उन्होंने तहलका मचा दिया, लेकिन अब वो बुरी तरह से फंस गई हैं। इस बयान को लेकर उनकी चारों तरफ से आलोचनाएं हो रही हैं। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता औरे पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ( Anand Sharma ) ने इस मुद्दे पर उन पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कंगना का बयान माफी योग्य नहीं है। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।
ऐसे लोगों का सम्मान देने से पहले हो साइको टेस्ट
आनंद शर्मा ( Anand sharma ) ने कहा कि पीएम मोदी ( PM Modi ) को कंगना ( Kangna Ranaut ) के बयान पर राष्ट्र को बताना चाहिए कि क्या वह सुश्री रनौत के विचारों का समर्थन करते हैं? यदि नहीं, तो सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। सुश्री रनौत को दिया गया पद्म पुरस्कार तुरंत वापस लेना चाहिए। इस तरह के पुरस्कार देने से पहले मानसिक मनोचिकित्सीय मूल्यांकन किया जाना चाहिए। ताकि भविष्य में ऐसे व्यक्ति राष्ट्र और उसके नायकों का अपमान न करें।
स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान
कांग्रेस जी-23 गुट के नेता आनंद शर्मा ने कहा कि कंगना का बयान निंदनीय और पूरे देश के लिए चौंकाने वाला है। सुश्री कंगना रनौत का बयान महात्मा गांधी, पंडित नेहरू और सरदार पटेल जैसे साहसी स्वतंत्रता सेनानियों और सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद और कई अन्य क्रांतिकारियों के बलिदान का अपमान करता है।
पद्म श्री पुरस्कार के लायक नहीं है कंगना
वहीं, अखिल भारतीय महिला कांग्रेस ( All India Mahila Congress ) ने राष्ट्रपति ( President ) को पत्र लिखकर उन्हें हाल ही में दिए गए पद्मश्री को वापस लेने की मांग की है। महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने लिखा, "ऐसा व्यक्ति जिसे देश के कानून, भारत के संविधान की कोई परवाह नहीं है, वह पद्मश्री जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार के लायक नहीं है।