आठ साल से बंद पड़े करोड़ों की लागत के अस्पताल को चालू कराने के लिए धरना देगा अम्बेडकर जन मोर्चा

श्रवण कुमार निराला ने कहा कि इस अस्पताल पर जिन कर्मचारियों और डॉक्टरों की पोस्टिंग है, कोई आता नहीं है, सभी डॉक्टर और कर्मचारी गोरखपुर के सीएमओ को मोटी रकम घूस के तौर पर देकर प्राइवेट प्रेक्टिस करते हैं....

Update: 2021-08-06 13:33 GMT

(श्रवम कुमार निराला ने कहा- जन प्रतिनिधि आम जनता के हित में कभी आवाज नहीं उठाते)

जनज्वार। अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला ने कहा कि कोरोनाकाल में लाखों लोगों की मौत अस्पताल व दवा के अभाव में हुई। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और सरकार सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। जनता मौत के मुंह में समाती रही। सरकार सिर्फ देख रही थी। राहत के नाम पर सिर्फ दिखावा किया गया। जनता की जान बचाने के लिए जिला प्रशासन, सरकार उदासीन रहे।

निराला ने बताया कि बड़हलगंज और गोरखपुर के बीच में कोई भी अस्पताल नहीं है। एक अस्पताल 30 बेड का कौड़ीराम के पास बासूडिहा में पिछले आठ साल पहले बना। करोड़ों रूपए की लागत से बनी बिल्डिंग खराब हो रही है, परिसर में घास व जंगल उग गया लेकिन सरकार की उदासीनता एवं स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्टाचार के कारण बासूडिहा अस्पताल चालू नहीं हो पाया।

"इस अस्पताल पर जिन कर्मचारियों और डॉक्टरों की पोस्टिंग है, कोई आता नहीं है, सभी डॉक्टर और कर्मचारी गोरखपुर के सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) को मोटी रकम घूस के तौर पर देकर प्राइवेट प्रेक्टिस करते हैं, पर हास्पिटल नहीं आते हैं। यह मुख्यमंत्री का गृह जिला है। मुख्यमंत्री के नाम के नीचे यह भ्रष्टाचार हो रहा है। यह मुख्यमंत्री की नाकामी है।"

उन्होंने आगे कहा, "कौड़ीराम गजपुर बासूडिहा इलाके में स्थित यह 30 बेड वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (अस्पताल) अगर चालू रहा होता तो कोरोना काल में हजारों लोगों की जान बचायी जा सकती थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इस क्षेत्र के हजारों लोग दवा और डॉक्टर के अभाव में जान गंवा दिये, कितने परिवार उजड़ गए। इसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की है।"

निराला ने कहा, "बांसगांव लोकसभा, विधानसभा के जन प्रतिनिधि आम जनता के हित में कभी उसकी आवाज नहीं उठाते। सिर्फ विधायक निधि, सांसद निधि का कमीशन खाने में ही मस्त हैं और अपनी दुकान बढ़ाने के लिए व्यस्त रहते हैं। जनहित में यह लड़ाई अब आर-पार की होगी। अम्बेडकर जन मोर्चा दिनांक 10 अगस्त 2021 को बासूडिहा अस्पताल के परिसर में ही धरना प्रदर्शन करके इस लड़ाई का बिगुल फूंकेगी और जबतक अस्पताल चालू नहीं होगा तबतक हम चुप नहीं बैठेंगे।"

उन्होंने क्षेत्र के सभी नागरिकों, युवाओं, छात्रों, समाजसेवियों, किसानों, महिलाओं, ग्राम प्रधानों, क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत सदस्यों समेत सभी जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि वे 10 अगस्त की सुबह 10 बजे वासूडिहा अस्पताल परिसर में पहुंचकर जनहित में आंदोलन को सफल बनाएं।

Tags:    

Similar News