Ayodhya News : निर्मली कुंड चौराहे के पास मिले 18 ग्रेनेड, लापरवाही या साजिश!
Ayodhya News : मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम ने ग्रेनेड नष्ट करा दिए हैं लेकिन अहम सवाल यह है कि इतनी बड़ी संख्या में ग्रेनेड कहां से आए, फायरिंग प्रैक्टिस स्थल से इतनी दूरी पर लाकर इन्हें क्यों फेंका गया?
Ayodhya News : उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) के भगवान राम की जन्मस्थली यानि अयोध्या कैंट ( Ayodhya Cantt ) एरिया के निर्मली कुंड चौराहे के पास हैंड ग्रेनेड ( Hand Granade ) मिलने के बाद फैली सनसनी तो अब थम गया है लेकिन अहम सवाल यह है कि ये घटना किसी लापरवाही की वजह से हुई या यह साजिश है? इसका जवाब ढूंढना जरूरी है। ऐसा इसलिए कि ये कोई एक दो हैंड ग्रेनेड ने नहीं बल्कि संख्या में 18 थे। खास बात ये है कि ये कैंट एरिया में मिले हैं। इसलिए, हैंड ग्रेनेड मिलने की घटना को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। गनीमत यह थी कि सारे ग्रेनेड ( Hand Granade in ayodhya ) से पिन निकले हुए थे।
अयोध्या के छावनी क्षेत्र में 18 हैंड ग्रेनेड ( Hand Ganade ) मिलने से हड़कंप मच गया। मिलिट्री इंटेलिजेंस ( military intelligence ) की टीम ने ग्रेनेड नष्ट करा दिए हैं। इतनी बड़ी संख्या में ग्रेनेड कहां से आए, फायरिंग प्रैक्टिस स्थल से इतनी दूरी पर लाकर इन्हें क्यों फेंका गया, इसकी जानकारी के लिए जांच शुरू की गई है।
किसने दी जानकारी
अयोध्या के एक स्थानीय युवक ने हैंड ग्रेनेड की जानकारी सेना को दी थी। जब यहां मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम पहुंची तो उसे कुछ ही दूरी के भीतर पेड़ों और झाड़ियों के बीच 18 हैंड ग्रेनेड पड़े हुए मिले।
दरअसल, अयोध्या का कैंट एरिया क्षेत्र सेना की निगरानी में रहता है। रात 10 बजे के बाद यहां से आवाजाही की भी मनाही हो जाती है। सेना का इस तरह का सेंटर जहां हैंड ग्रेनेड की प्रैक्टिस होती है वह इस स्थान से लगभग ढाई से तीन किलोमीटर दूर है। फिलहाल, मिलिट्री इंटेलिजेंस के मुताबिक हैंड ग्रेनेड को रविवार दोपहर 2 बजे के आसपास नष्ट कर दिया गया है। इस बारे में अयोध्या पुलिस को भी जानकारी दी गई।
अयोध्या के एसएसपी शैलेश पांडे कहते हैं कि उनके पास इस तरह के हैंड ग्रेनेड मिलने की सूचना डोगरा रेजिमेंटल सेंटर द्वारा एक पत्र के माध्यम से कैंट थाने में दी गई है। सभी हैंड ग्रेनेड्स को नष्ट कर दिया गया है।
MI ने गंभीर मसला, जांच जारी
सूचना पर पहुंची मिलिट्री इंटेलिजेंस ( MI ) की टीम ने छानबीन की तो पेड़ों की झाड़ियों में इधर-उधर बिखरे 18 ग्रेनेड पाए गए। हालांकि, सभी ग्रेनेड से पिन निकली हुई थी। फिर भी एहतियात के तौर पर टीम ने सभी ग्रेनेड को डिफ्यूज कराया। मिलिट्री इंटेलिजेंस के एक अधिकारी ने बताया कि अमूमन प्रैक्टिस के दौरान मिस होने के बाद इन्हें फेंक दिया जाता है। लेकिन इस तरह से एक साथ इतने ग्रेनेड कहां से आए, यह जांच का विषय है। इसलिए विभागीय जांच की जा रही है कि यह ग्रेनेड किस बैच के थे, किसे अलॉट किए गए थे, आदि पहलुओं पर टीम जांच कर रही है।
कई बार हो चुके हैं हादसे
सैन्य अभ्यास स्थल के पास से कई बार कबाड़ी भी मिस हुए ग्रेनेड उठाकर ले जाते हैं। कबाड़ी वाले तांबा निकालकर उससे व्यापार करते हैं। कई बार तांबा निकालने के चक्कर में विस्फोट होने से हादसे भी हुए हैं। सेना का कहना है कि एक पहलू यह भी हो सकता है कि कबाड़ी इन्हें बिनकर लाया हो और बाद में भयभीत होकर झाड़ियों में फेंक गया हो।