बेंगलुरु हिंसा: सरकार ने दिया मजिस्‍ट्रेटी जांच का आदेश, दंगाइयों से होगी नुकसान की भरपाई

बेंगलुरु में सोशल मीडिया पर डाले गए पोस्‍ट को लेकर हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई है. वहीं, राज्य सरकार ने इस पूरी हिंसा को सुनियोजित बताया है. इस हिंसा में कई सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है. इस बीच राज्य सरकार ने बुधवार को हिंसा की जांच जिला मजिस्ट्रेट से कराने की घोषणा की है.

Update: 2020-08-13 06:44 GMT

जनज्वार। बेंगलुरु हिंसा में कई सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है. इस बीच राज्य सरकार ने बुधवार को हिंसा की जांच जिला मजिस्ट्रेट से कराने की घोषणा की है. साथ ही कर्नाटक सरकार ने तय किया है कि हिंसा के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को पहुंची क्षति की भरपाई दंगाइयों से कराई जाएगी.

कांग्रेस विधायक के कथित रिश्तेदार द्वारा सोशल मीडिया पर डाले गए एक पोस्ट से नाराज होकर तोड़फोड़ और हिंसा पर उतारू भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस के गोली चलाने से तीन लोगों की मौत हो गई है. बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल पंत के अनुसार पुलिस के गोली चलाने से तीन लोगों की मौत हुई है. पुलाकेशी नगर में हुए दंगों के सिलसिले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक ऑनलाइन पोस्ट के कारण मंगलवार रात को शुरू हुई हिंसा बुधवार तड़के तक चलती रही. इसमें करीब 50 पुलिसकर्मियों सहित बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं.

गुस्साई भीड़ ने पुलाकेशी नगर के विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आवास और डीजे हाली थाने को निशाना बनाया. घटना के समय विधायक अपने घर पर नहीं थे. कहा जा रहा है कि उनके मकान को आग लगा दिया गया है. विधान सौध स्थित अपने कार्यालय में कांग्रेस विधायक से भेंट करने के बाद राजस्व मंत्री अशोक ने संवाददाताओं से कहा, 'जिस तरह से हिंसा भड़की है, उससे पता चलता है कि यह सुनियोजित थी और उनकी मंशा इसे शहर के अन्य हिस्सों में भी भड़काने की थी. ये लोग देशद्रोही हैं.'

मंत्री ने बताया कि विधायक का मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, उसमें रखी साड़ियां, गहने सब लूट लिए गए और वाहनों सहित पूरे मकान को आग लगा दिया गया. अशोक ने कहा, 'जिस तरीके से तोड़फोड़ की गई है, उससे स्पष्ट है कि हमला करके श्रीनिवास मूर्ति की हत्या करने का मकसद था. इसकी जांच होनी चाहिए कि कोई पार्षद या असामाजिक तत्व, राज्य या राज्य के बाहर का कोई व्यक्ति इस घटना से तो नहीं जुड़ा हुआ.'

गृहमंत्री बसवराज बोम्मई ने बताया कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की छह कंपनियों को को हिंसा प्रभावित बेंगलुरु भेजा गया है. बेंगलुरु रवाना होने से पहले उडुपी में उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि हैदराबाद और चेन्नई से सीआरपीएफ की तीन-तीन कंपनियां डीजे हाली और केजी हाली थानाक्षेत्र में तैनात की जाएंगी. उन्होंने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और क्षेत्र में अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है. मंत्री ने बताया कि त्वरित कार्रवाई बल और 'गरुड़' बल को भी तैनात किया जा रहा है.

सरकार हिंसा को काबू करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस, मीडियाकर्मी और आम लोगों पर हमला अक्षम्य है. सरकार ऐसी हरकतों को बर्दाश्त नहीं करेगी.

दंगाइयों ने पुलिस और निजी वाहनों को आग लगा दी, विधायक मूर्ति और उनकी बहन के मकान को लूटा और क्षतिग्रस्त कर दिया. एटीएम को टुकड़ों में तोड़ दिया गया. आगजनी और तोड़फोड़ के बाद डीजी हाली किसी युद्ध क्षेत्र से कम नहीं लग रहा था. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले दागे और अंत में गोलियां चलायीं. इसमें तीन लोगों की मौत हो गई.

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