Bhartiya Mazdoor Sangh : मोदी सरकार की निजीकरण की नीतियों से RSS भी परेशान, नवंबर में करेगा विशाल रैली
Bhartiya Mazdoor Sangh : भारतीय मजदूर संघर आने वाले दिनों में नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भी देने की योजना बना रहा है। इस पर फैसला संघ की कॉर्डिनेशन मीटिंग के बाद लिया जाएगा...
Bhartiya Mazdoor Sangh : केंद्र की मोदी सरकार की निजीकरण (Privatisation) और सरकारी संपत्ति से कमाई वाली नीतियों से अब आरएसएस (RSS) भी परेशान हो गया है। दरअसल आरएसएस से जुड़े संगठन भारतीय मजदूर संघ (Bhartiya Mazdoor Sangh) ने भी इन नीतियों का विरोध करने फैसला लिया है। हैदराबाद में अपनी दो दिवसीय बैठक में नवंबर में नई दिल्ली के जंतर मंतर पर लगभग एक लाख कर्मचारियों के साथ प्रदर्शन करने का फैसला किया है। भारतीय मजदूर संघ के सचिव गिरीशचंद्र आर्य के हवाले से यह सूचना दी गई है।
खबरों के मुताबिक भारतीय मजदूर संघ आने वाले दिनों में नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भी देने की योजना बना रहा है। इस पर फैसला संघ की कॉर्डिनेशन मीटिंग के बाद लिया जाएगा।
गिरीशचंद्र आर्य ने कहा कि हैदराबाद में पहले दिन बैठक हुई और दूसरे दिन एक संगोष्ठी हुई, जहां इस प्रदर्शन का निर्णय लिया गया। केवल वे लोग ही प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे जो इससे जुड़े हैं। कोयला, दूरसंचार, रेलवे, डाक, रक्षा समेत प्रभावित क्षेत्रों के लोग इसमें शामिल होंगे। गैर कोयला खनन, बैंकिंग, स्टील, सीमेंट, सभी पीएसयू जैसे एनटीपीसी, एनएएल, भेल, पावर ग्रिड आदि के कर्मचारी भी इसमें शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि नवंबर में होने वाले प्रदर्शन की अंतिम तिथि 11,12 और 13 फरवरी को ओडिशा में होने वाली आगामी राष्ट्रीय कार्यसमिति में तय की जाएगी।
नवंबर में प्रदर्शन से पहले भारतीय मजदूर संघ देश के विभिन्न क्षेत्रों में सात सम्मेलन आयोजित करने की तैयारी कर रहा है जिसके जरिए वे नवंबर में होने वाले प्रदर्शन के बारे में जागरूकता फैलाएंगे।
गुरुवार को हैदराबाद में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। शेष सभी सम्मेलन लखनऊ, भोपाल, रांची, बैंगलोर में होंगे। खासतौर पर देशभर के अर्थशास्त्रियों को इन सम्मेलनों में विषयों पर अधिक जानकारी प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।