Bihar News: किशोर ने कोर्ट में दिखाए अपने मेडल्स और NDA का रिजल्ट, जज ने कार्रवाई बंद कर दे दी रिहाई

Bihar News: किशोर न्याय परिषद के जज ने किशोर की प्रतिभा, शैक्षणिक योग्यता और विभिन्न प्रतियोगिताओं में मिले मेडलों को देख उसे तुरंत रिहा कर दिया। कोर्ट ने कहा कि भविष्य में किशोर के चरित्र प्रमाण पत्र में इस केस का जिक्र न किया जाए...

Update: 2021-11-24 03:45 GMT

Bihar News: आमतौर पर किसी भी मामले में अदालत गवाह और सबूतों के आधार पर अपना फैसला सुनाती है। मगर बिहार (Bihar) के एक कोर्ट से अनोखा मामला समने आया है, जहां कोर्ट ने आरोपी के मेडल और उपलब्धियां देखकर उसे रिहा करने का आदेश दिया। कोर्ट का यह फैसला चर्चा का विषय बना हुआ है।

यह अनोखा मामला बिहार के नालंदा जिले (Nalanda District) के नूरसराय थाना क्षेत्र का है। यहां 13 सितंबर को गणेश पूजा के दौरान पुलिस की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम करने से मना करने पर पथराव करने के मामले में एक किशोर को पकड़ा गया था। मामले की सुनवाई के दौरान किशोर ने कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए अदालत को बताया कि उसने संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) की मुख्य परीक्षा पास की है। केस में नाम डालकर उसे साजिश के तहत फंसाया गया है। किशोर ने कोर्ट में कई मेडल और पुरस्कार भी पेश किए।

कोर्ट ने रिहाई का आदेश दिया

किशोर न्याय परिषद के जज ने किशोर की प्रतिभा, शैक्षणिक योग्यता और विभिन्न प्रतियोगिताओं में मिले मेडलों को देख उसे तुरंत रिहा कर दिया। कोर्ट ने यह भी कहा कि भविष्य में किशोर के चरित्र प्रमाण पत्र में इस केस का जिक्र न किया जाए। मामले की सुनवाई कर रहे जज मानवेंद्र मिश्रा ने अभिलेखों का निरीक्षण और किशोर की प्रतिभा को देखकर मुकदमे में आगे की कार्रवाई बंद कर दी। साथ ही, उन्होंने एसपी को निर्देश दिया कि भविष्य में बच्चे के चरित्र प्रमाण पत्र में इस केस का जिक्र नहीं किया जाए। उसे आदर्श नागरिक बनने के लिए एक अवसर देने का समर्थन किया।

किशोर ने जज को NDA का रिजल्ट दिखाया

आरोपित किशोर ने सुनवाई के दौरान न्यायालय में संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) की मुख्य परीक्षा का रिजल्ट दिखाया गया। किशोर ने एनसीसी 38वीं बटालियन की ओर से आयोजित फायरिंग प्रतियोगिता में प्रथम, साइंस ओलंपियाड में सिल्वर पदक जीतने सहित अन्य प्रतियोगिताओं में कई मेडल जीते हैं। उसने कोर्ट में कहा कि घटना के समय वह गांव में मौजूद नहीं था। पुलिस द्वारा दूसरे के इशारे पर पढ़ाई में बाधा डालने के उद्देश्य से उसे फंसाया है।

गणेश पुजा के दौरान पुलिस पर हुआ था पथराव

13 सितंबर 2021 की रात नालंदा के नूरसराय थाना क्षेत्र के एक गांव में गणेश पूजा के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहा था। प्रशासन की तरफ से किसी भी कार्यक्रम के आयोजन पर रोक थी। गणेश पुजा पर प्रोग्राम की सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष विरेंद्र चौधरी ने लोगों से कार्यक्रम को बंद करने की अपील की और कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की बात कही। इस बीच कुछ ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस से कहासुनी करने के बाद पथराव करने लगे। इसमें कुछ पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। इस मामले में 46 नामजद व्यक्तियों के अलावा 150 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। आरोपी किशोर भी इन्ही में से एक था।

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