Begin typing your search above and press return to search.
राजनीति

बड़ी खबर: बिहार में कोरिया के साथ बर्ड फ्लू की दस्तक, नालंदा में हुई पुष्टि

Ragib Asim
25 March 2020 9:56 PM IST
बड़ी खबर: बिहार में कोरिया के साथ बर्ड फ्लू की दस्तक, नालंदा में हुई पुष्टि
x

बिहार में कोरोना के साथ-साथ बर्ड फ़्लू के मामले भी सामने आए हैं, अगले कुछ दिन चिकेन के सेवन से बचना चाहिए...

जनज्वार। बिहार सहित देश और दुनिया में कोरोना का क़हर है. इस वैश्विक महामारी से दुनिया के कई विकसित देश और भारत जैसे विकासशील देश तक जूझ रहे हैं. अभी तक देश में कोरोना वायरस से संक्रमित 600 से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं. बिहार में भी 5 मामले सामने आ चुके हैं. बिहार सहित पूरे देश में लॉकडाउन है. इस स्थिति में बिहार में एक नया मामला सामने आया है.

बिहार के कई इलाकों में जंगली कौओं और सुअर के मरने की ख़बरें आ रही थीं. इसी बीच ख़बर आ रही है कि बिहार के नालंदा के एक मुर्गी फ़ार्म में बर्ड फ़्लू का मामला सामने आया है. अभी तक इस तरह के मामलों की जानकारी मिलती थी. पुष्टि नहीं हो रही थी. दो दिन पहले ही बिहार के पशुपालन विभाग ने समाचार पत्रों के माध्यम से बताया था कि जांच रिपोर्ट नहीं आई है.

संबंधि​त खबर : पंजाब में कोरोना कर्फ्यू जारी, हरियाणा में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर होगी 6 माह की सजा

लेकिन आज पटना से प्रकाशित अख़बार हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ नालंदा के एक मुर्गी फ़ार्म में इसकी पुष्टि हुई है. अख़बार ने लिखा है, "नालंदा के कतरीसराय और पटना के एक स्थान पर मुर्गी फ़ार्म के संबंध में भेजे गए जांच सैंपल की दो रिपोर्ट कोलकता से आ गई है. इस रिपोर्ट में वहां हुई मौतों के पीछे एवियंस इंफ़्लुएजा एच 5 एन 1 यानी बर्ड फ़्लू की जानकारी आई है. इस रिपोर्ट की पुष्टि भोपाल के लैब से कराई जा रही है."

संबंधित खबर : सरकार क्यों भाग रही कोरोना जांच से, 130 करोड़ के देश में सिर्फ 15 हजार लोगों का टेस्ट

ख़बर में आगे कहा गया है कि रिपोर्ट आने के बाद राज्य का पशुपालन विभाग हरकत में आ गया है और किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. हालांकि ये तैयारियां किस तरह की हैं. कितने बड़े पैमाने पर तैयारी की गई इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है. आम लोग बस इतना कर सकते हैं कि किसी भी मृत पक्षी को नंगी हाथों से ना छुएं. चिकेन का सेवन कुछ दिन के लिए रोक दिया जाए और अगर कहीं कोई पक्षी मृत पाया जा रहा है तो उसे मिट्टी में तुरंत दफ़ना दें.

संबंधित खबर : अमेरिका-चीन के बाद भारत में हैं सबसे ज्यादा अरबपति, लेकिन कोरोना संकट में किस-किसने की मदद

ह भी देखा गया है कि मुर्गी पालने वाले लोग कम दाम में या सेल में मुर्गी बेच रहे हैं. कुछ जगहों पर तो फ़्री में भी देने की बात सामने आई हैं. ऐसे में लोग जानकारी के अभाव में इसका सेवन कर रहे हैं जो ख़तरे से खाली नहीं है. पशुपालन विभाग को चाहिए कि तुरंत इस बारे में जानकारी दे. जागरूकता फैलाए.

Ragib Asim

Ragib Asim

    Next Story

    विविध