फर्जी पत्रकार बन जांच रिपोर्ट मैनेज कराने के लिए मांग रहे थे 30 हजार, हो गए गिरफ्तार
नितिन ने खुद को पत्रकार बताते हुए जांच रिपोर्ट को मैनेज कराने के लिए 30 हजार रुपये की मांग की, परेशान डीलर खुद अधिकारी से मिलने पहुंच गया और उसने अपनी असमर्थता जताते हुए लाइसेंस ही रद्द करने की गुहार लगा दी..
जनज्वार ब्यूरो, पटना। फर्जी पत्रकार बनकर जांच रिपोर्ट मैनेज करने के नाम पर अवैध वसूली कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। राज्य के जहानाबाद जिला में पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों ने फर्जी पत्रकार बनकर पीडीएस दुकान की पूर्व में की गई जांच की रिपोर्ट को मैनेज करने का नाम पर 30 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। ये दोनों रुपये लेने पहुंचे थे, तभी पुलिस ने जाल बिछाकर गिरफ्तार कर लिया।
बताया जाता है कि जहानाबाद नगर थाना क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक के पास से इन दो फर्जी पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है। कहा जा रहा है कि दोनों पत्रकारों को एसडीओ के आदेश के बाद गिरफ्तार किया गया है।
आरोप है कि दोनों फर्जी पत्रकारों ने आपूर्ति विभाग के पदाधिकारियों को मैनेज करने का झांसा देकर रुपए की ठगी करने की कोशिश की। आपूर्ति पदाधिकारी संजीव कुमार के बयान पर नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। पूछताछ के बाद हिरासत में लिए गए दोनों लोगों को जेल भेज दिया गया है।
बताया जाता है कि आरोपित नितिन ने खुद को पत्रकार बताते हुए जांच रिपोर्ट को मैनेज कराने के लिए 30 हजार रुपये की मांग की। बड़ी राशि की मांग करने से परेशान डीलर खुद अधिकारी से मिलने पहुंच गया और उसने अपनी असमर्थता जताते हुए लाइसेंस ही रद्द करने की गुहार लगा दी। डीलर ने अधिकारियों को मोबाइल पर हुई बातचीत की ऑडियो क्लिप भी उपलब्ध कराई।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान घोसी प्रखंड क्षेत्र के धुरियारी गांव के निवासी नितिन कुमार और मोदनगंज ग्राम निवासी सुरेंद्र कुमार के रूप में की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते 16 जनबरी को जहानाबाद जिला के मोदनगंज प्रखंड क्षेत्र स्थित पीडीएस दुकानदार राजाराम पासवान की दुकान की जांच एसडीओ के आदेश पर की गई थी।
उसी जांच रिपोर्ट को मैनेज करने के नाम पर दोनों ने फर्जी पत्रकार बनकर पीडीएस दुकानदार से अधिकारी को मैनेज करने के लिए 30 हजार रुपये की माग की थी। दोनों फर्जी पत्रकारों और पीडीएस दुकानदार के बीच हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप एसडीओ को देकर शिकायत की गई थी। मामले की जांच की गई तो शिकायत सही पाया गया।
इसके बाद आपूर्ति विभाग की टीम ने पुलिस के सहयोग से जाल बिछाया। शहर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के पास दोनों को पैसा लेने के लिए बुलाया गया जहां से दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।