बिहार के नवादा में महादलित टोले पर गोलीबारी-100 घरों में दबंगों ने लगायी आग, राहुल बोले 'मोदी का मौन इस बड़े षड्यंत्र पर स्वीकृति की मोहर'
Nawada Mahadalit news : बिहार के नवादा में कल बुधवार 18 सितंबर की शाम को करीब सात बजे महादलित बस्ती को जलाकर खाक किये जाने की घटना सामने आयी है। आरोप है कि दबंगों ने पहले गोलीबारी की और फिर तकरीबन 100 घरों को स्वाहा कर दिया। घटना के बाद से विपक्ष लगातार डबल इंजन सरकार पर हमलावर है।
यह बड़ी घटना सामने आने के बाद पूरे देशभर में हड़कंप मच गया और बिहार पुलिस भी सकते में आ गयी। पुलिस का कहना है कि उसे सूचना मिली कि नरौरा के पास स्थित कृष्णा नगर दलित बस्ती में 40-50 घरों को आग लगा दी गई है तो तुरंत पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसपी-डीएम जब घटनास्थल पर पहुंचे तो पीड़ितों ने बताया कि आग लगाने के साथ ही दबंगों द्वारा फायरिंग भी की गई थी।
हालांकि स्थानीय स्तर पर कहा जा रहा है कि लगभग 100 दलित परिवारों के घरों को जला दिया गया है, मगर पुलिस का कहना है कि कुल 21 परिवारों के घर में आग लगी है। अगर कोई और परिवार सामने आया तो यह संख्या और भी बढ़ सकती है। शुरुआती तौर पर इस घटना में किसी की मौत की बात सामने नहीं आयी। हालांकि पुलिस आगजनी से पहले गोलीबारी की घटना को भी संदेह की निगाह से देख रही है, क्योंकि उसका मानना है कि मौके से कोई खोखा बरामद नहीं हुआ है।
क्षेत्र में इस घटना के बाद भारी तनाव व्याप्त है इसलिए किसी अनहोनी के डर से गांव में भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गयी है। इस मामले में मुख्य आरोपी समेत दर्जनभर लोगों को गिरफ्तार करने की बात पुलिस द्वारा कही जा रही है, मगर आरोपियों की संख्या कहीं ज्यादा बतायी जा रही है।
नवादा में महादलितों के घरों को स्वाहा किये जाने की घटना पर रोष व्यक्त करते हुए राहुल गांधी कहते हैं, 'नवादा में महादलितों का पूरा टोला जला देना, 80 से ज़्यादा परिवारों के घरों को नष्ट कर देना बिहार में बहुजनों के विरुद्ध अन्याय की डरावनी तस्वीर उजागर कर रहा है। अपना घर-संपत्ति खो चुके इन दलित परिवारों की चीत्कार और भयंकर गोलीबारी की गूंज से वंचित समाज में मचा आतंक भी बिहार की सोई हुई सरकार को जगाने में कामयाब नहीं हो पाए।'
राहुल आगे कहते हैं, 'भाजपा और NDA के सहयोगी दलों के नेतृत्व में ऐसे अराजक तत्व शरण पाते हैं - भारत के बहुजनों को डराते हैं, दबाते हैं, ताकि वो अपने सामाजिक और संवैधानिक अधिकार भी न मांग पाएं। और, प्रधानमंत्री का मौन इस बड़े षड्यंत्र पर स्वीकृति की मोहर है बिहार सरकार और राज्य पुलिस को इस शर्मनाक अपराध के सभी दोषियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई कर, और पीड़ित परिवारों का पुनर्वास करा कर उन्हें पूर्ण न्याय दिलाना चाहिए।'
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा है, 'बिहार के नवादा में महादलित टोला पर दबंगों का आतंक NDA की डबल इंजन सरकार के जंगलराज का एक और प्रमाण है। बेहद निंदनीय है कि करीब 100 दलित घरों में आग लगाई गई, गोलीबारी की गई और रात के अँधेरे में ग़रीब परिवारों का सब कुछ छीन लिया गया। भाजपा और उसके सहयोगी दलों की दलितों-वंचितों के प्रति घोर उदासीनता, आपराधिक उपेक्षा व असामाजिक तत्वों को बढ़ावा अब चरम पर है। '
खड़गे आगे कहते हैं, 'प्रधानमंत्री मोदी जी हमेशा की तरह मौन हैं, नीतीश जी सत्ता के लोभ में बेफिक्र हैं और NDA की सहयोगी पार्टियों के मुँह में दही जम गया है।'
इस घटना को बहुत निंदनीय बताते हुए तेजस्वी यादव कहते हैं, 'आदरणीय प्रधानमंत्री जी, बिहार में आपकी डबल इंजन पॉवर्ड सरकार में दलितों के घर जला दिए गए हैं। यह भारत देश की ही घटना है। कृपया इस मंगलराज पर दो शब्द तो कह दीजिये कि यह सब प्रभु की मर्जी से हो रहा है इसपर NDA के बड़बोले शक्तिशाली नेताओं का कोई वश नहीं है। यह भी बता दीजिए कि बिहार में तीसरे नंबर की पार्टी के मुख्यमंत्री ने महीनों से बोलना बंद कर रखा है। वो न मीडिया से बात करते हैं और न ही पब्लिक से? वो जो भी बोलते है वो अधिकारियों का ही लिखा हुआ बोलते हैं, क्योंकि जब वह स्वयं का बोलते हैं तो कहीं से कहीं और कुछ से कुछ बोलने लग जाते हैं, शायद इसलिए ही यह पाबंदी लगायी गयी है। NDA को बिहार की नहीं, बल्कि अपराधियों की चिंता है।'
क्या है विवाद का कारण
इस मामले में डीएम मीडिया को दिये बयान में कहते हैं कि जिस जमीन पर दलित परिवारों का कब्जा है, उस जमीन पर विवाद है। इन दलित परिवारों का जमीन पर कब्जा को लेकर दूसरे पक्ष से विवाद चल रहा है। मामला प्रशासनिक अधिकारियों के पास चल रहा है। वहीं पीड़ित परिवारों का आरोप है कि बुधवार 18 सितंबर की शाम अचानक दबंगों ने हमला कर दिया। मारपीट के साथ उनके घरों में आग लगा दी गयी, फायरिंग भी की गई है। वहीं मीडिया से हुई बातची में अंचल अधिकारी विकेश कुमार कहते हैं, आगजनी की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड को भेजा गया है, जिस भूखंड पर विवाद हुआ है, उसके बारे में जांच