बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीज ने लगायी फांसी, एम्स प्रबंधन बोला बहुत तनाव में था दिल्ली से लौटा शख्स
37 वर्षीय मरीज स्वस्थ हो रहा था, उसका दूसरा सैंपल लिया गया था, मगर रिपोर्ट आने के पहले ही उसने कर ली आत्महत्या...
जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार के पटना एम्स में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीज ने सोमवार 22 जून की संध्या को फांसी लगा ली। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया है। यह सवाल भी उठ रहा है कि अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में क्या कोई सुरक्षा व्यवस्था आदि नहीं है। एम्स प्रशासन उसके तनाव में होने और काउंसिलिंग किए जाने की बात कह रहा है। वह 15 जून को अस्पताल में भर्ती हुआ था।
किसी कोरोना पॉजिटिव के आत्महत्या करने का बिहार में यह दूसरा मामला है। इससे पहले वैशाली के एक मरीज ने सुसाइड कर लिया था। बताया जा रहा है कि उसने गमछे का फंदा बनाकर फांसी लगाई है। जब अस्पताल के कर्मचारियों की नजर उसपर पड़ी, तो उसे फंदे से उतारा गया, पर तबतक उसकी मौत हो चुकी थी।
अस्पताल प्रशासन द्वारा सूचना दिए जाने के बाद फुलवारी शरीफ थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची है और छानबीन कर रही है। शव का पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया की जा रही है।
अस्पताल में उसके इलाज से जुड़े डॉक्टर जानकारी दे रहे हैं कि पटना जिले के खगौल का वह 37 वर्षीय युवक कुछ दिन पहले ही वह दिल्ली से लौटा था। सांस लेने में तकलीफ और खांसी आदि की शिकायत के बाद वह एम्स में भर्ती हुआ था। वहां उसकी कोरोना जांच हुई, जिसमें वह पॉजिटिव पाया गया था।
डॉक्टर यह भी बता रहे हैं कि हालांकि वह पहले से डायबिटीज से भी पीड़ित था,पर उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा था और वह लगभग ठीक हो चुका था। 21 जून रविवार को उसका दुबारा सैंपल भी लिया गया था, पर रिपोर्ट आने के पहले ही उसने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि उसके दूसरे सैंपल की रिपोर्ट उसकी मृत्यु के कुछ समय बाद आई और उस रिपोर्ट में भी वह नेगेटिव पाया गया है।
बिहार में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा पिछले एक माह में तेजी से बढ़ा है। ऐसी घटनाओं के बाद लोग अस्पतालों की व्यवस्था पर भी प्रश्नचिह्न लगा रहे हैं।