केंद्रीय कृषि कानून के खिलाफ आज बिहार में सड़क पर उतरेंगे राजद, वामपंथी समेत सभी विपक्षी दल

भाकपा-माले द्वारा आहूत प्रतिरोध मार्च का राजद ने समर्थन किया है, देशव्यापी इस प्रतिरोध मार्च में बिहार की भी तमाम विपक्षी पार्टियां शामिल होंगी और सड़क पर प्रदर्शन करेंगी....

Update: 2020-12-02 02:30 GMT

जनज्वार ब्यूरो, पटना। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानून के विरोध में बिहार की सभी विपक्षी पार्टियां आज बुधवार को सड़क पर उतरेंगी। भाकपा-माले द्वारा आहूत प्रतिरोध मार्च का राजद ने समर्थन किया है। देशव्यापी इस प्रतिरोध मार्च में बिहार की भी तमाम विपक्षी पार्टियां शामिल होंगी और कार्यकर्ता सड़क पर प्रदर्शन करेंगे।

इससे पहले भाकपा-माले की राज्य स्थायी समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि राजधानी पटना में बुद्ध स्मृति पार्क से डाकबंगला चौराहा तक प्रतिरोध मार्च निकाला जाएगा। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिब दीपांकर भट्‌टाचार्य समेत कई वरीय नेता इस प्रतिरोध मार्च में उपस्थित रहेंगे। पार्टी की ओर से जानकारी दी गई है कि दोपहर 12 बजे मार्च निकलेगा।

उधर मंगलवार को राजद ने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से इस प्रतिरोध मार्च का समर्थन करने और सड़क पर उतरने का आह्वान किया है। कृषि बिल को लेकर राजद ने सत्ताधारी बीजेपी-जेडीयू पर निशाना भी साधा है। राजद ने कहा है कि बिहार में एनडीए की सरकार ने साल 2006 में ही एपीएमसी सिस्टम को खत्म कर किसानों को बर्बाद कर दिया है।

भाकपा-माले का कहना है कि प्रतिरोध मार्च के दौरान वाहनों का परिचालन या दुकानों को प्रभावित नहीं किया जाएगा। यह प्रदर्शन पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा।

राजद ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ रचे गए षड्यंत्र में जदयू भी शामिल है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो बिहार में 2006 से ही एपीएमसी बंद कर रखा है। इस कारण राज्य में कुल खाद्यान खरीद के लक्ष्य के एक प्रतिशत भी खरीद नहीं हो सकी है।

बता दें दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि केंद्र सरकार किसानों से बातचीत करना चाहती है। दोनों के बीच बातचीत के बाद किसान समझ जाएंगे कि उनकी फसल के प्रोक्योरमेंट में कोई बाधा नहीं आने वाली है।

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