Bihar Crime News : "हाय रे सुशासन!" छेड़खानी का विरोध किया तो युवती की काटी नाक, बाल पकड़ कर जमीन पर घसीटा
Bihar Crime News : दबंगों ने घर में घुसकर पहले तो युवती के पिता, बहन और मां पर रॉड और फरसा से हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया जब इतने से ही उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने अपनी पाश्विकता का परिचय देते हुए लड़की की नाक काट दी। परिवारवालों के के चीखने-चिल्लाने पर ग्रामीण जुटे तो दबंग वहां से भाग निकले. इस मामले में पीड़ित परिवार ने सरपंच मो. मुस्तकीम सहित सात लोगों को नामजद किया है.
Bihar Crime News : बिहार (Bihar) में सुशासन की माखौल उड़ाकर हमें शर्मिंदा करने वाली एक घटना बीतों दिनों घटी। इस खबर ने खबर ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि तमाम आदर्शों का ढोंग करने वाला हमारा समाज अंदर से कितना खोखला है। वाकई हम अंदर से कितने पाखंडी औ निर्दयी हैं। सच कहें तो इस घटना ले हमें एक बार फिर यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि क्या वाकई में हमारी आत्मा मर चुकी है।
बिहार के सुपौल जिले (Supaul District) के सदर थाना के इलाके में एक गांव में बीते शनिवार (19 मार्च) की देर रात खुद के साथ छेड़खानी का विरोध करना एक युवती को महंगा पड़ गया। दबंगों ने घर में घुसकर पहले तो युवती के पिता, बहन और मां पर रॉड (ROD) और फरसा से हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया जब इतने से ही उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने अपनी पाश्विकता का परिचय देते हुए लड़की की नाक काट दी। परिवारवालों के के चीखने-चिल्लाने पर ग्रामीण जुटे तो दबंग वहां से भाग निकले। इस मामले में पीड़ित परिवार ने सरपंच मो. मुस्तकीम सहित सात लोगों को नामजद किया है।
पीड़ित परिवार का यह भी आरोप है कि घर से जाते समय दबंग नगद 50 हजार और बक्सा लेकर भी गए अगले दिन सुबह ग्रामीणों की मदद से सभी घायलों को सदर अस्पताल लाया गया जहां सबका इलाज किया गया। सदर थानाध्यक्ष मनोज महतो ने बताया कि पीड़िता के पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।
पीड़िता ने मीडिया से बातचीत में बताया है कि रात के समय जब परिवार के पुरुष एक शादी में शामिल होने के लिए गए थे। उसी वक्त 30-35 लोग अचानक घर में घुस आए और तोड़-फोड़ करने लगे। घर में छह बहनें और महिलाएं बैठी हुई थीं। सभी डर के मारे कांपने लगीं। उपद्रवियों में गांव का सरपंज मुस्तकीम और उसका भाई नौशाद भी शामिल था।
घर में घुसकर मारपीट करने के बाद मुस्तकीम हमारे साथ छेड़खानी और दुष्कर्म की कोशिश करने लगा। मैं डर गयी थी पर फिर भी मैंने अपनी क्षमता भर उनका विरोध किया। पर वो बुरी तरह मारपीट करने लगे। बाहर भागने की कोशिश की तो फर्श पर बाल पकड़कर घसीट कर वापस लाया गया। हम लोग इस दौरान जोर-जोर से मदद के लिए चिल्ला रहे थे। इसी बीच मेरे पिता पहुंचे तो उनपर उनलोगों ने फरसा से हमला किया जिसमें उनका हाथ कट गया। इसके बाद जब हम बचने की कोशिश में भागने लगे तो सरपंच ने मुझे पकड़कर मेरा नाक काट दिया।
पीड़िता ने बताया कि यह पूरा विवाद कुछ दिनों पहले शुरू हुआ था। उसी का गुस्सा सरपंच ने हमारे परिवार पर उतारा है। बीते दिनों सरपंच के परिवार के ही एक युवक ने मेरी छोटी बहन के वाले में कुछ-कुछ अफवाह फैला रखा था। जिसका मेरी मां ने विरोध किया था। इस दौरान दोनों परिवारों की महिलाओं मे आपसी झगड़ा भी हुआ था। इसी बात से नाराज सरपंच ने हमारे घर में घुसकर मारपीट की।
वहीं सुपौल के लाउढ़ पंचायत में रहने वाले पीड़िता के पिता ने दैनिक भास्कर (Dainik Bhaskar) में छपी एक रिपोर्ट में घटना के बारे में बताते हुए कहा है कि मैं राजमिस्त्री का काम करता हूं। इस घटना के बाद से मेरा परिवार सदमे में है। मेरी बेटी निकाह भी टूट गया है। घटना के बाद 20 मार्च को थाने में केस दर्ज किया गया था। पर पुलिस की ओर से भी अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है। उधर, सरपंच भी हम पर दबाव बना रहा है। हम पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगा रहा है, जो सरासर झूठ है।
उसी रिपोर्ट के अनुसार आरोपित सरपंच का कहना है कि लड़की का पिता सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर दीवार बनवा रहा था। उसे मना किया गया पर उसने नहीं सुना। फिर अंचलाधिकारी के पास आवेदन दिया गया। इस घटना से पूर्व तीन लड़कियों को गलत काम में लिप्त मेरे घर के लड़कों ने देखा था। उसके बाद से लड़की के परिवारवालों की तरफ से लगातार गाली-गलौज की जा रही थी। 19 मार्च को भी जब मैं उसके घर पहुंचा तो उनलोगों ने गाली-गलौज की। मारपीट किया। पर नाक काटने की बात बिल्कुल झूठी है।
उधर बताया जाता है कि पीड़िता के नाक में तीन टांके लगे हैं। वह इंटरमीडिया की छात्रा है। हम तालीबान या पाकिस्तान में नहीं रहते हैं ऐसे में यह घटना केवल एक व्यक्ति को नहीं बल्कि पूरे समाज को कठघरे में खड़ा करती है। अगर दोषियों को सजा नहीं मिलती है तो यह बिहार की कानून व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है।