बिहार के बहुचर्चित गोपालगंज जहरीली शराबकांड में 9 को फांसी और 4 महिलाओं को उम्रकैद
गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के खजूरबानी मोहल्ले में अगस्त, 2016 में जहरीली शराब पीने से रहमान मियां, हरिकिशोर साह सहित 19 लोगों की मौत हो गई थी तथा छह लोगों की आंख की रोशनी चली गई थी, इस मामले में गोपालगंज के नगर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी...
गोपालगंज। बिहार के गोपालगंज की चर्चित खजूरबानी शराबकांड में गोपालगंज के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय लवकुश कुमार की उत्पाद विशेष अदालत ने शुक्रवार को 13 आरोपियों को दोषी पाते हुए 9 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है, जबकि चार महिलाओं को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। जिन चार लोगों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है, उन्हें 10 लाख रुपये का आर्थिक दंड का भी जुर्माना भी लगाया गया है।
फांसी की सजा पानेवालों में खजूरबानी के रहने वाले छठू पासी, कन्हैया पासी, नगीना पासी, लालबाबू पासी, राजेश पासी, सनोज पासी, संजय चौधरी, रंजय चौधरी तथा मुन्ना चौधरी शामिल हैं, जबकि उम्रकैद की सजा पानेवाली महिलाओं में लालझरी देवी, कैलासो देवी, रीता देवी तथा इंदू देवी शामिल हैं।
उत्पाद विभाग के विशेष लोक अभियोजक रविभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि अदालत ने 26 फरवरी इन सभी को इस मामले में दोषी पाते हुए शुक्रवार 5 मार्च को सजा की तिथि मुकर्रर की थी। उन्होंने कहा अदालत ने साक्ष्यों के आधार पर दोषियों को सजा सुनाई है।
उल्लेखनीय है कि गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के खजूरबानी मोहल्ले में अगस्त, 2016 में जहरीली शराब पीने से रहमान मियां, हरिकिशोर साह सहित 19 लोगों की मौत हो गई थी तथा छह लोगों की आंख की रोशनी चली गई थी। इस मामले में गोपालगंज के नगर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
बिहार में शराबबंदी लागू है, इसके बावजूद राज्य के किसी न किसी इलाके से प्रतिदिन शराब बरामदगी की सूचना आती है।
गौरतलब है कि गोपालगंज के शहरी इलाके के बीच में स्थित खजुरबानी मोहल्ले में शराब पीने की घटना के बाद लोगों में पेट में दर्द व उल्टी की शिकायत हुई थी और कुछ ही देर में लोगों की मौत का सिलसिला प्रारंभ हो गया। 16 अगस्त 2016 की दोपहर तक मृतकों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। अस्पताल में पेट दर्द व उल्टी की शिकायत वाले मरीजों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा। इस घटना को लेकर नगर थाने में तत्कालीन सदर इंस्पेक्टर निगम कुमार वर्मा के बयान पर नगर थाने में कांड संख्या 348/2016 प्राथमिकी दर्ज की गई। शराब से लोगों की मौत के बाद छापेमारी में शराब बरामद होने की घटना में नगर थाना के तत्कालीन इंस्पेक्टर बीपी आलोक के बयान पर नगर थाने में कांड संख्या 347/2016 दर्ज की गई।
इस कांड के बाद प्रशासनिक तत्परता दिखाते हुए खजुरबानी में 19 लोगों की शराब पीने से मौक की घटना के बाद तत्कालीन एसपी रवि रंजन कुमार ने नगर थाना के थानेदार सहित कुल 25 पुलिस कर्मियों को निलंबतत कर दिया था। अलावा इसके नगर थाना में तैनात तमाम पुलिस कर्मियों को हटाकर उनके स्थान पर नए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था।
इतना ही नहीं शराब पीने से इतने बड़े पैमाने पर हुई मौतों की घटना के बाद कई दिनों तक खजुरबानी मोहल्ले में छापेमारी और जांच पड़ताल हुयी थी। उत्पाद विभाग के प्रधान सचिव सहित सूबे के कई आला अधिकारी तब खजुरबानी मोहल्ले में पहुंचे थे। इसके बाद इस मोहल्ले में चार पुलिसकर्मियों को स्थायी रूप से करीब एक माह के लिए इसी मोहल्ले में तैनात कर दिया गया था।