'गोली नहीं चलेगी तो क्या अगरबत्ती जलेगी, मुन्ना शुक्ला तो कानून तोड़ने के लिए ही पैदा हुआ है'
कानून व्यवस्था से बैखोफ मुन्ना शुक्ला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीब 15 सालों के सुशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं....
लालगंज। बिहार के पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला फिर विवादों में आ गये हैं। दरअसल उनका दूसरा वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में वह न केवल अपने सरकारी गार्ड के कारबाइन से फायरिंग करते नजर आ रहे हैं बल्कि भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह को यह कहते हुए भी नजर आ रहे हैं कि कार्यक्रम में गोली नहीं छूटेगी तो क्या अगरबत्ती जलेगी, मुन्ना शुक्ला कानून तोड़ने के लिए ही पैदा हुआ है।
बता दें कि हाल ही में मुन्ना शुक्ला के निजी कार्यक्रम में नाईट कर्फ्यू के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं थीं। तब उनका वीडियो वायरल हुआ था। हालांकि पूर्व विधायक और अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है लेकिन यह समझना जरूरी है कि पूर्व विधायक कानून का कितना सम्मान कर रहे हैं।
कानून व्यवस्था से बैखोफ मुन्ना शुक्ला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीब 15 सालों के सुशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। मानों वो संदेश देने की कोशिश कर रहे हों कि वह फिर से बिहार में जंगलराज लाने के अगुवा बनने की राह पर हैं। वहीं नीतीश सरकार का पूरा अमला अब तक लाचार है।
माना जा रहा है कि मुन्ना शुक्ला का यह बयान बिहार में कानून के डर से शांत पड़े गुंडों के लिए टॉनिक का काम कर सकता है। बाहुबली ने अपने आवास से राज्य के गुंडों को मैसेज देने की कोशिश की है कि नीतीश सरकार में डरने की जरूरत नहीं है।
बिहार के 'सुशासन बाबू' नीतीश कुमार ने 18 अप्रैल को राज्य में नाईट कर्फ्यू लगाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही राज्य के हर जिलाधिकारी को यह अधिकार दिया गया कि वे किसी भी संभावित जगह पर भीड़ जुटने की आशंका होने पर वहां धारा 144 लागू कर सकते हैं। कोविड गाइडलाइंस के मुताबिक पारिवारिक संस्कार आयोजन में अधिकतम 25 लोग शामिल हो सकते हैं। लेकिन बिहार में वैशाली जिले के लालगंज स्थित खंजाहांचक गांव में कोरोना गाइडलाइंस की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं।