Bihar Political News : तेजस्वी यादव ने असदुद्दीन ओवैसी को दिया बड़ा झटका, AIMIM के 4 विधायक RJD में शामिल
Bihar Political News : AIMIM के चार विधायकों का साथ मिलने के बाद आरजेडी बिहार विधानसभा में एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
Bihar Political News : महाराष्ट्र के बाद बिहार की राजनीति में भी बड़ा सियासी बवंडर मचा है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ( Tejashwu Yadav ) ने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ( Asaduddin Owaisi ) को बड़ा वाला झटका दिया है। खास बात यह है कि AIMIM के चार विधायकों ने RJD का दामन थामने का फैसला लिया है। इसी के साथ एक बार फिर बिहार में लालू यादव की पार्टी आरजेडी विधानसभा ( Bihar Vidhansabha ) में सबसे बड़ी पार्टी हो गई है।
ओवैसी के पास अब केवल अख्तरुल ईमान
बिहार की राजनीति में उथल-पुथल के बीच ताजा अपडेट यह है कि AIMIM के टिकट से अमौर सीट से अख्तरुल ईमान, बायसी से सैयद रुकनुद्दीन अहमद, जोकीहाट से शाहनवाज आलम, कोचाधामन से मोहम्मद इजहार असफी और बहादुरगंज से मोहम्मद अंजार नईमी विधानसभा पहुंचे थे। इसमें चार RJD में शामिल होने का फैसला लिया है। अमौर सीट से अख्तरुल ईमान अभी AIMIM के साथ हैं। एआईएमआईएम के चार विधायकों का साथ मिलने के बाद RJD बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
RJD एक बार फिर विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2020 में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। आरजेडी के 75 विधायक चुनकर आए थे। भाजपा के 74 थे। इस चुनाव में वीआईपी के टिकट पर चार उम्मीदवार जीतकर विधायक निर्वाचित हुए थे। उनमें से एक का निधन हो गया था। शेष तीन विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इससे भाजपा का आंकड़ा 77 पहुंच गया था और वो सबसे बड़ी सियासी पार्टी बन गई थी लेकिन अब आरजेडी विधायकों की 80 हो गई है और सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
आरजेडी के विधायकों के ताजा आंकड़े को देखें तो 2020 में 75 विधायक जीते थे और 2022 में हुए उपचुनाव में एक सीट आरजेडी के खाते में आई थी। इससे उसका आंकड़ा 76 पहुंच गया था। अब ओवैसी की पार्टी के चार विधायक आरजेडी में शामिल होने से उसके 80 विधायक हो गए हैं।
2 साल पहले सीमांचल में AIMIM ने लहराया था परचम
बिहार के सीमांचल क्षेत्र में अपना परचम लहराया था। सीमांचल इलाके में 24 सीटें हैं। इनमें से अधिकतर सीटें मुस्लिम बहुल है जिस पर महागठबंधन के जीतने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन लोगों ने एआईएमआईएम के हक में फैसला सुनाया था। कहीं ना कहीं AIMIM के जीतने से महागठबंधन को नुकसान हुआ था। कई सीटें ऐसी भी थी जहां महागठबंधन और AIMIM के बीच वोटों का अंतर बहुत ही कम था। बता दें कि बिहार में AIMIM के पांच विधायक 2020 में विधानसभा चुनाव जीते थे।