बिहार में छुट्टी पर घर आए सब इंस्पेक्टर राणा रविरंजन प्रताप सिंह की रॉड से पीट-पीटकर नृशंसता से हत्या
मामले की जांच कर रही पुलिस ने कहा घटनास्थल से लोहे का रॉड और हंसिया बरामद किया गया है। मृतक के शरीर पर चोट के निशान भी हैंए ऐसे में संभावना है कि इनकी हत्या पीट-पीटकर की गई है...
छपरा, बिहार। बिहार के सारण जिले के अवतार नगर थाना क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने एक सहायक निरीक्षक (एसआई) की लोहे के रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
एसआई का शव बुधवार 17 मार्च की शाम डुमरी जुआरा गांव के पास एक खेत से बरामद किया गया। मृतक एसआई राणा रविरंजन प्रताप सिंह समस्तीपुर जिले के मुफ्फसिल थाने में एसआई के पद पर कार्यरत थे और छुट्टी पर अपने गांव नारांव आए थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार 18 मार्च को बताया कि एसआई सिंह मंगलवार 16 मार्च की शाम धनौरा बाजार सब्जी खरीदने गए थे और उसके बाद वे घर वापस नहीं लौटे। मंगलवार 16 मार्च की रात परिजनों ने उनकी काफी खोज की, लेकिन वे नहीं मिले। इसके बाद उनके पुत्र अमन प्रताप ने अपहरण की एक प्राथमिकी स्थानीय थाने में दर्ज कराई।
प्राथमिकी में एसआई के बेटे अमन ने बताया कि उसके पिता मंगलवार 16 मार्च की शाम को सब्जी खरीदने के लिए धनौरा बाजार गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। स्थानीय लोगों के अनुसार उन्हें मंगलवार 16 मार्च की शाम को मोबाइल से बात करते हुए डुमरी जुअरा स्टेशन की तरफ जाते देखा गया था। उनका शव डुमरी जुआरा रेलवे स्टेशन से आगे खेत में पाया गया। इस सूचना के बाद जहां घरवालों में कोहराम मच गया, वहीं अवतार नगर थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार मौके पर पहुंच कर मामले की छानबीन में जुट गये।
इसी दौरान पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी जब बुधवार 17 मार्च की शाम उनका शव डुमरी जुआरा गांव के पास एक खेत से बरामद किया गया।
अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल से लोहे का रॉड और हंसिया बरामद किया गया है। मृतक के शरीर पर चोट के निशान भी हैं। ऐसे में संभावना है कि इनकी हत्या पीट-पीटकर की गई है।
सहायक पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हत्या के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जहां एसआई का शव बरामद किया गया वहां से कुछ दूरी पर प्लास्टिक के चार-पांच गिलास भी पड़े मिले। इससे लगता है कि हत्यारों ने पहले शराब पी, फिर वारदात को अंजाम दिया। सब-इंस्पेक्टर रवि रंजन के बारे में बताया जा रहा है कि वे कोई नशा नहीं करते थे। घटनास्थल पर लगी गेहूं की फसल रौंदी हुई है। इसे देखकर लगता है कि सब-इंस्पेक्टर ने हत्यारों से बचने के लिए पूरा संघर्ष किया होगा।