बिहार कोरोना और बेकारी से त्रस्त, लेकिन गिरिराज को चाहिए जनसंख्या नियंत्रण कानून

कोरोना काल में ज्यादातर चुप रहने वाले केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग उठा दी है। आज विश्व जनसंख्या नियंत्रण दिवस भी है।

Update: 2020-07-11 12:28 GMT

जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं। आज विश्व जनसंख्या नियंत्रण दिवस भी है। ऐसे में बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले और कोरोना काल के दौरान ज्यादातर चुप रहने वाले केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने भी आज एक बयान दिया है। उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर बड़ा बयान दिया है।

गिरिराज सिंह ने कहा 'अगर हमें विकसित देशों के समकक्ष खड़ा होना है तो जनसंख्या नियंत्रण कानून लाना ही होगा। एक ऐसा सख्त अधिनियम, जो इस देश के हर व्यक्ति पर लागू हो, चाहे वे किसी भी धर्म का पालन करते हों। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के साथ देश की आर्थिक व सामाजिक विकास की कई योजनाओं को बाधित किया है। इन सबके बीच देश की बढ़ती आबादी एक बड़ी चुनौती है।'

उन्होंने आगे कहा 'इसे कोई राजनैतिक और धार्मिक रुप में न ले। आज हमारी जनसंख्या विश्व की 18 प्रतिशत है और जमीन 2 प्रतिशत। पानी 4 प्रतिशत है। चीन ने 1979 में ही जनसंख्या नियंत्रण कानून ला दिया, नहीं तो उसकी जनसंख्या आज 60 करोड़ ज्यादा होती। लिहाजा हमें भी सख्त जनसंख्या नियंत्रण कानून लाकर उसका सख्ती से अनुपालन कराना चाहिए।'

बीजेपी राज्यसभा में भी इस कानून को बनाने का मामला उठा चुकी है। अन्य बीजेपी नेता भी कई बार देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग कर चुके हैं।

विगत मार्च में बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह प्रश्न उठाया था। तब उन्होंने कहा था कि देश में जनसंख्या विस्फोटक रूप से बढ़ रही है। इससे देश के संसाधन पर दबाव बढ़ा है। भीड़, बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। ऐसे में 'हम दो हमारे दो' का कानून लागू करना चाहिए और इसे न मानने वालों को मतदान समेत तमाम अधिकारों से वंचित कर देना चाहिए।

इस बार बीजेपी के फायरब्रांड नेता केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह ने कोरोना के बहाने फिर इस मांग को हवा दे दी है। गिरिराज बिहार के बेगूसराय से ही लोकसभा सांसद हैं। राजनैतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि गिरिराज सिंह बिहार से हैं और बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, लिहाजा ऐसे बयान आगे भी देखने को मिल सकते हैं।

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