सीएम नीतीश ने सदन में खोया आपा, तेजस्वी के आरोपों पर आक्रामक बॉडी लैंग्वेज के साथ बोले-अब बर्दाश्त नहीं करेंगे

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ओर इशारा करते हुए कुछ देर तक बोलते रहे और उस दौरान उनके शब्द और बॉडी लैंग्वेज ऐसी थी, जो इससे पहले न तो किसी सदन के नेता की देखी गई थी और न ही इतने लंबे राजनीतिक जीवन मे कभी नीतीश कुमार की देखी गई थी....

Update: 2020-11-27 10:58 GMT

File photo

जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा सत्र के आखिरी दिन आज शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपना आपा खो दिया और सदन में ही बुरी तरह से भड़क उठे। वे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की ओर इशारा करते हुए कुछ देर तक बोलते रहे और उस दौरान उनके शब्द और बॉडी लैंग्वेज ऐसी थी, जो इससे पहले न तो सदन के नेता की देखी गई थी और न ही इतने लंबे राजनीतिक जीवन मे कभी नीतीश कुमार की देखी गई थी।

सत्र का आज आखिरी दिन है और इस दिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के द्वारा एक-दूसरे पर तीखे हमले किए जा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पर मर्डर केस था। जेएनयू के रिसर्च स्कॉलर की थीसिस को लेकर आरोप था। तेजस्वी यादव ने मेवालाल चौधरी और अशोक चौधरी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने और भी कई आरोप लगाए।

इसके बाद नीतीश कुमार अपनी सीट से खड़े हो गए और आक्रामक भाषा और आक्रामक अंदाज में बहुत कुछ कहा। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष महोदय, आप जांच कराइए। सारे आरोप झूठे हैं। अबतक बहुत बर्दाश्त किया, पर अब कार्रवाई करेंगे, छोड़ेंगे नही। इसको पता नहीं है कि इसके पिता को मैंने ही मुख्यमंत्री बनवाया था। वे मेरे मित्र रहे हैं, उसी का लिहाज करता हूं, पर अब कार्रवाई करेंगे।

इस दौरान उनकी बॉडी लैंग्वेज और बोलने का अंदाज काफी आक्रामक था। उन्होंने यहां तक कहा कि इसको उपमुख्यमंत्री मैंने बताया। खुद चार्जशीटेड है और दूसरे की दुहाई देता है। इसके बाद सत्तापक्ष के सदस्य बेल में आ गए। देखते ही देखते विपक्षी सदस्य भी बेल में आ गए और दोनों पक्षों के बीच तनातनी की स्थिति आ गई।

इससे पहले दो हिस्सों के अपने संबोधन में तेजस्वी यादव ने कई तरह के आरोप लगाए। उन्होंने नीतीश कुमार के पुत्र की चर्चा करते हुए उनपर कई व्यक्तिगत हमले भी किए। चुनाव प्रचारों के दौरान नीतीश कुमार द्वारा लालू प्रसाद के बच्चों की संख्या को लेकर बिना नाम लिए अपरोक्ष रूप से तंज किया गया था।

शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बहस चल रही थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भाषण दे रहे थे। इसी क्रम में उन्होंने यहां तक कह दिया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक बेटा है। वह बेटा हैं या नहीं, यह शायद वही बता सकते हैं। लोग तो यह भी कह सकते हैं कि बेटी पैदा होने के डर से दूसरा बच्चा पैदा नहीं किया।

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को दूसरे के बच्चे गिनने में कितना मजा आता है, हालांकि फिर उन्होंने कहा कि उनके माता पिता ने ऐसे संस्कार नहीं दिए हैं कि वे बड़ों के विरुद्ध कोई गलत बात कहें, पर कुछ लोग इसका ख्याल नहीं रखते। हालांकि इस दौरान सत्तापक्ष के सदस्यों ने खूब हंगामा किया। बाद में विधानसभा अध्यक्ष ने भाषण के इस अंश को सदन की कार्यवाही से हटा देने का निर्देश दिया।

बिहार में चुनाव प्रचारों के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के बच्चों को लेकर बिना नाम लिए तंज किया था। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग बेटा के चक्कर में कई बच्चे पैदा कर लेते हैं।


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