कहीं डायवर्सन बहा तो कहीं नदियों में रिकॉर्ड जलस्तर, बिहार में बाढ़ से 40 लाख लोग मुसीबत में

बिहार के 3 और जिले बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। सीवान, समस्तीपुर और मधुबनी में भी बाढ़ का पानी घुस चुका है। बाढ़ से अब 14 जिलों की 39 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित हो चुकी है।

Update: 2020-07-31 13:33 GMT

सारण के पानापुर में जुगाड़ की नाव के सहारे सुरक्षित स्थान की ओर जाते लोग

जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार में बाढ़ से तबाही का आलम है। उत्तर बिहार के कई इलाकों में ऐसा लग रहा है कि बाढ़ पिछले सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर देगा। मुजफ्फरपुर में बूढ़ी गंडक और दरभंगा में अधवारा अबतक के अपने सर्वाधिक जलस्तर के रिकॉर्ड को पार कर चुकी हैं। सारण-मुजफ्फरपुर मुख्य पथ पर भी मकेर के निकट पानी चढ़ने लगा है। मशरक में पुलिया के मुख्य संपर्क पथ को पानी बहा ले गया तो दरभंगा में करेह नदी कोहराम मचाए हुए है।

बिहार में कोरोना के कारण लोग पहले से तबाह थे, अब बाढ़ की विभीषिका के कारण इनकी हालत हृदयविदारक हो गई है। रातों को भी इस डर के कारण ये चैन से नहीं सो पा रहे कि न जाने कब बाढ़ का पानी आ जाय और सबकुछ बहा कर ले जाये।

केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक बूढ़ी गंडक नदी 30 जुलाई को मुजफ्फरपुर जिला में अबतक के अपने सर्वाधिक जलस्तर के रिकॉर्ड पर थी। 31 जुलाई को भी यह खतरे के निशान से  ऊपर बह रही है। जलस्तर में वृद्धि के कारण तटबंधों पर भी लगातार दबाव बना हुआ है।दरभंगा में अधवारा नदी भी सर्वाधिक जलस्तर का अपना पिछला रिकॉर्ड ब्रेक कर चुकी है। दरभंगा में अधवारा अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

उधर बिहार में 3 नए जिले बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। सीवान, समस्तीपुर और मधुबनी जिलों में भी बाढ़ का पानी घुस चुका है। 11 जिले पहले से ही बाढ़ से प्रभावित थे। अब बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या 14 हो गई है। इन 14 जिलों के 108 प्रखंड बाढ़ से प्रभावित हैं। इन प्रखंडों के 972 पंचायतों की 39 लाख से ज्यादा आबादी बाढ़ का प्रकोप झेल रही है।

दरभंगा में करेह नदी भी कोहराम मचाए हुए है। हायाघाट प्रखंड में तटबंध पर बढ़ रहे दबाव को देखते हुए आसपास के गांवों को रातोंरात खाली कराया गया। लोग किसी तरह कुछ जरूरी समान लेकर जान बचा कर सुरक्षित स्थानों पर गए। समस्तीपुर में भी कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। गोपालगंज में गंडक तटबंध टूटने के बाद अब सीवान के कई इलाकों में भी पानी घुस चुका है। गोपालगंज में सारण तटबंध टूटने के बाद सारण जिला में भी कई नए इलाकों में पानी फैल रहा है।

सारण के मशरक प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ के उफनते पानी से लखनपुर गोलम्बर से पानापुर जाने वाली मुख्य सड़क पर बने पुल के बगल से सड़क टूटकर बह गई। जिससे बाढ़ प्रभावित सिवरी, सिंसई आदि इलाकों में बाढ़ राहत सामग्री पहुंचाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार की सुबह लगातार तेज पानी ने पहले पुल के आसपास के मिट्टी को बहाया, फिर लगभग पच्चीस फीट की दूरी में मुख्य सड़क को तोड़ बाढ़ के पानी मे मिला दिया। वहीं प्रखंड क्षेत्र में घोघारी नदी के लगातार तेजी से बढ़ते जलस्तर से भी लोगो की मुश्किलें बढ़ गई है। मुख्य पथ एसएच 90 पर चैनपुर के पास बाढ़ के पानी से आवगमन बधित हो गया है, जबकि लगभग सभी पंचायतों का सम्पर्क पथ ध्वस्त हो चुका है।

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