भारत-चीन झड़प : पहले शहादत की खबर, फिर सूचना आई जीवित हैं बिहार के सुनील, सवालों के घेरे में मीडिया
बिहार के सारण जिला के परसा निवासी सुनील कुमार चीन बॉर्डर पर तैनात हैं। 15 जून की संध्या खबर आई कि चीन के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए हैं। मीडिया ने भी प्रमुखता से यह खबर चलाई।
जनज्वार ब्यूरो, पटना। अगर शाम को किसी के शहीद हो जाने की खबर मिले और सुबह उससे बात हो जाय, तो कैसी खुशी मिलेगी। ऐसी ही खुशी बुधवार 17 जून को बिहार के सारण जिले के परसा निवासी सेना के जवान सुनील कुमार के परिजनों को मिली। 16 जून की शाम को खबर मिली कि चीन के साथ गलवान घाटी में हुए मुठभेड़ में वे शहीद हो गए हैं। परिजन पूरी रात रोते-बिलखते रहे, पर सुबह ही खबर आ गई कि सुनील सकुशल हैं। अब परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है। इन सबके बीच मीडिया जरूर एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है, जिसने प्रमुखता से सुनील के शहादत की खबर को प्रकाशित-प्रसारित किया।
लद्दाख के गलवान घाटी में 15-16 जून की दरम्यानी रात में चीन और भारत की सेना आमने-सामने हो गई थी। झड़प में भारत के 20 जवानों के शहीद होने की पुष्टि हुई। चीन के भी 43 जवानों के मारे जाने की खबर सामने आई है। चीन सीमा पर विगत 42 दिनों से तनाव बना हुआ था और शांति प्रक्रिया के तहत उच्चस्तरीय वार्ता चल रही थी।
सुनील कुमार सारण जिला के परसा प्रखंड के दिघरा गांव के रहने वाले हैं। वे बिहार बटालियन के जवान हैं और चीन सीमा पर गलवान घाटी में ही पोस्टेड हैं। 'जनज्वार' ने दिघरा गांव जाकर सुनील कुमार के परिजनों से बात की। परिजनों की खूशी का कोई ठिकाना नहीं। शहादत की खबर के बाद पूरी रात जैसे वे किसी और दुनिया में थे और अभी उन्हें लग रहा है कि वे किसी और दुनिया मे हैं। पत्नी मेनका देवी के पास नाते-रिश्तेदारों और शुभचिन्तकों के फोन लगातार आ रहे हैं और वे सभी को खुश होकर यह शुभ समाचार दे रहीं हैं।
'जनज्वार' से बात करते हुए उन्होंने कहा, उन्हें लग रहा है कि उनके पति का दूसरा जन्म हो गया है। उनलोगों के पास फोन आया था कि सुनील कुमार शहीद हो गए हैं, जिसके बाद सभी रोने-चिल्लाने लगे। पूरी रात घर पर सांत्वना देने वालों की भीड़ लगी रही। आज सुबह उन्हें सूचना मिली कि उनके पति जीवित हैं और सुरक्षित हैं। उनकी फोन पर अपने पति से बात हुई है।
बिहार के सभी प्रमुख मीडिया संस्थानों ने प्रमुखता के साथ सुनील कुमार के शहादत की खबर भी प्रकाशित-प्रसारित कर दी। लोग अब मीडिया पर भी सवाल उठा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी भारी संख्या में लोगों ने उनकी शहादत पर श्रद्धांजलि दे दी थी। उनके जीवित होने की सूचना के बाद अब लोग इसे सुखद खबर बता रहे हैं।
सुनील कुमार के भाई अनिल कुमार ने कहा कि उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। उन्हें लग रहा है कि उनके भाई का दूसरा जन्म हुआ है। सुनील के सुरक्षित होने की खबर के बाद चाचा रविन्द्र राय, चचेरे भाई भूषण, मिथिलेश कुमार आदि भी बहुत खुश हैं। कल रात जो भीड़ इनलोगों को सांत्वना दी रही थी, अब शुभकामनाएं दे रहे हैं।