जेडीयू का वार: हमारे संस्कार को कमजोरी न समझे बीजेपी, 'अटल धर्म' का करे पालन

दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां तक कह दिया था कि वे मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहते, एनडीए जिसे चाहे सीएम बना ले...

Update: 2020-12-29 02:30 GMT

जनज्वार ब्यूरो, पटना। बिहार एनडीए में रार बढ़ता जा रहा है। खासकर अरुणाचल प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड के सात में से छह विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद मामला और बिगड़ रहा है।

दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां तक कह दिया था कि वे मुख्यमंत्री नहीं रहना चाहते, एनडीए जिसे चाहे सीएम बना ले। अब जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने बीजेपी को खूब सुनाते हुए 'अटल धर्म' का पालन करने की नसीहत दे दी है।

जेडीयू के दिग्गज नेता केसी त्यागी ने कहा कि बिहार में गठबंधन को लेकर कोई विवाद नहीं है, लेकिन हमारा मन अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम को लेकर दुखी है, जो कि गठबंधन की राजनीति के लिए ठीक नहीं है।

उन्होंने इसके साथ ही कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के 'अटल धर्म' का पालन सभी घटक दलों को करना चाहिए। त्यागी ने कहा कि हम किसी के खिलाफ साजिश नहीं करते हैं, बल्कि जब भी काम करने का मौका मिला, तो हमने सिर्फ काम किया है।

इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम पर केसी त्यागी ने तंज करते हुए कहा कि जेडीयू विधायकों को मंत्रिपरिषद में शामिल करने की बजाय भाजपा ने उन्हें अपनी पार्टी में ही शामिल कर लिया। जबकि जेडीयू ने बिहार में कभी ऐसा नहीं किया। वहीं, जेडीयू नेता ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार संख्या बल नहीं, साख के नेता हैं।

सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए केसी त्यागी ने कहा कि उनके नेतृत्व और आभामंडल का आकलन संख्या बल के आधार पर नहीं करना चाहिए। अब नीतीश कुमार अन्य राज्यों में भी पार्टी के लिए काम करेंगे।

जदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि आने वाले महीनों में जिन राज्यों में चुनाव होगा, वहां के बारे में विचार होगा। बंगाल में जदयू चुनाव लड़ेगा, यह फैसला हो चुका है। देश में पार्टी के विस्तार को लेकर भी बैठक में चर्चा होगी।

केसी ने इसके साथ ही ये भी साफ़ कर दिया कि जेडीयू का बीजेपी के साथ गठबंधन सिर्फ और सिर्फ बिहार में है। त्यागी ने कहा कि बिहार में गठबंधन को लेकर कोई विवाद नहीं है। लेकिन हमारा मन अरुणाचल प्रदेश के घटनाक्रम को लेकर दुखी है।

जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि एलजेपी ना दिल्ली और ना ही बिहार में एनडीए का हिस्सा है। एलजेपी ने जिस स्वच्छंदता के साथ बिहार चुनाव लड़ा, बीजेपी को चुनाव लडऩे से रोकना चाहिए था।

उन्होंने कहा कि चिराग पासवान ने रामविलास पासवान या अंबेडकर के नाम पर चुनाव नहीं लड़ा, जिनके विचारों पर उनकी पार्टी खड़ी है, बल्कि मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा। हम अपने सहयोगियों के खिलाफ साजिश नहीं रचते हैं और ना ही किसी को धोखा देते हैं।

लेकिन हमारे इस संस्कार को कोई कमजोरी न समझें, हमारे संस्कार बहुत मजबूत हैं। कोई हिला नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि हम पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगे और अपनी जिम्मेदारी को अच्छे से निभाएंगे।

Tags:    

Similar News