किसान आंदोलन पर बोले कन्हैया- सुनिए सरकार आपने बर्बादी के क़ानून लिखे, आपको क़ाबू में करके ही लेंगे दम
कन्हैया कुमार ने अपने ट्वीट में लिखा कि सुनिए सरकार, ये किसान हैं, भड़के हुए बैलों को क़ाबू करने का हुनर इनको आता है, भला इनको कौन भड़काएगा, आपने इनकी बर्बादी के क़ानून लिखे हैं....
पटना। केंद्र की ओर से पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत देशभर के कई हिस्सों से किसान राजधानी दिल्ली पहुंचकने की कोशिश कर रहे हैं। सरकार की ओर से आंदोलनकारी किसानों को रोकने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है लेकिन किसान सभी बैरीकेड को तोड़कर आगे बढ़ रहे हैं। वहीं दूसरी श्रम कानूनों को लेकर भी प्रदर्शन हो रहे हैं। इसी कड़ी में जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और भाकपा नेता कन्हैया कुमार सड़क पर उतर पड़े हैं।
पटना के डाकबंगला चौराहे पर सभी संगठनों और राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। सीपीआई सेंट्रल कमेटी के मेंबर और पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार सहित कई वामदलों के नेताओं ने डाकबंगला चौराहे पर लोगों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया। कन्हैया कुमार ने कहा कि यह जनता विरोधी केंद्र सरकार भारत के किसानों और जवानों को लड़ाना चाहती है। कन्हैया कुमार ने कहा कि हम सरकार के इस काले कानून को लागू नहीं होने देंगे। यह तो अभी शुरूआत है। अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो आज भी हड़ताल, कल भी हड़ताल और ना माने तो डेरा डाल कार्यक्रम करेंगे।
किसानों के मुद्दें पर कन्हैया कुमार ने अपने ट्वीट में लिखा, 'सुनिए सरकार, ये किसान हैं। भड़के हुए बैलों को क़ाबू करने का हुनर इनको आता है। भला इनको कौन भड़काएगा! आपने इनकी बर्बादी के क़ानून लिखे हैं। देखना, ये आपको भी क़ाबू में करके ही दम लेगें।'
इससे पहले कन्हैया कुमार ने दूसरे ट्वीट में लिखा, 'जिनके बच्चे सीमा पर गोली खाते हैं, उनके पिता और भाइयों पर इतनी ठंड के मौसम में ये सरकार वॉटर केनन चला रही है। पहले किसानों- मजदूरों के हक मार लिए, अब उनकी पीठ पर लाठी मार रही है। शर्म इनको मगर नहीं आती।'
उन्होंने लिखा, आज हड़ताल कल हड़ताल, ना माने तो डेरा डाल, जय जवान ! जय किसान !! जय संविधान !!! मज़दूरों और किसानों के समर्थन में आज पटना की सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन।