'MP-MLA अपनी जरूरत के लिए PA रखते हैं, अंबानी ने अपनी सेवा के लिए PM ही रख लिया'
पप्पू यादव ने कहा कि किसान न्याय मार्च पर पुलिसिया जुल्म लेकिन झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे, मरेंगे पर डटे रहेंगे, बेईमान सरकार कानून वापस लो, खाते हो किसान का, गाते हो अडानी-अंबानी का....
पटना। जनअधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। पप्पू यादव ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि सांसद-विधायक अपनी जरूरत के लिए पीए रखते हैं, अंबानी ने अपनी सेवा के लिए पीएम ही रख लिया।
बता दें कि सितंबर 2020 में पारित किए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान बीते 28 दिनों से आंदोलन पर हैं। आंदोलनकारी किसानों की मांग है कि इन कानूनों को निरस्त किया जाए। किसान सरकार पर कॉर्पोरेट परस्त होने का आरोप लगा रहे हैं। हाल ही में किसानों ने देश के सबसे अमीर शख्सियतों में से एक मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी के उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया।
इससे पहले पप्पू यादव ने अपने एक दूसरे ट्वीट में लिखा था कि किसान न्याय मार्च पर पुलिसिया जुल्म लेकिन झुकेंगे नहीं, लड़ेंगे, मरेंगे पर डटे रहेंगे। बेईमान सरकार कानून वापस लो, खाते हो किसान का, गाते हो अडानी-अंबानी का।
पप्पू यादव किसानों के आंदोलन को लेकर अपने ट्वीटर हैंडल पर काफी सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। इससे पहले उन्होंने किसानों के मसले पर लगातार कई ट्वीट किए हैं। इससे पहले एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा था, 'नरेंद्र मोदी जी , किसानों का धान 900 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। जबकि एमएसपी 1850 रुपये प्रति क्विंटल है। आपके कहते हैं कि नए कानून से दस गुनी कीमत पर फसल बिकेगा। तो बिहार के किसानों का धान 9000 रु/क्विंटल खरीद लीजिए न! रविशंकर प्रसाद जी आप ही देख लीजिए।'
वहीं दूसरी ओर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर हैं। तेजस्वी ने बुधवार को कहा कि बिहार के किसान पंजाब, हरियाणा जाकर मजूदर बन गए। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार के हाल में लाए गए कानूनों का अगर विरोध नहीं किया गया तो यहां के किसान भिखारी बन जाएंगे।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर देश में सबसे कम आय बिहार के किसानों की ही क्यों है। पटना में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने बिहार के किसानों को किसान आंदोलन में साथ आने की अपील करते हुए कहा कि बिहार के किसानों की देश में सबसे कम आय है।
उन्होंने कहा, "आय के मामले में बिहार के किसान नीचे पायदान पर पहुंच गए हैं। पड़ोसी राज्य झारखंड में भी यहां से किसानों का आय ज्यादा है। क्या यह सच नहीं है कि महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा में जो मजदूरी कर रहे हैं वह बिहार के किसान हैं। आखिर किसान मजदूर क्यों बने हैं? अगर इसका विरोध नहीं करेंगे और सड़कों पर नहीं जाएंगे, तो बिहार के किसान भिखारी हो जाएंगे।"