नीतीश ने मंत्रियों को बांटे विभाग, भाजपा के दबाव के बावजूद गृह खुद रखा, तारकिशोर को वित्त सौंपा

नीतीश कुमार ने गृह मंत्रालय को लेकर भाजपा के दबाव के बावजूद उसे अपने पास रखा है, जबकि पूर्व की तरह वित्त विभाग भाजपा कोटे के डिप्टी सीएम रातकिशोर प्रसाद को दिया है, वहीं रेणु देवी को महिला कल्याण विभाग सहित अन्य विभाग सौंपे हैं...

Update: 2020-11-17 08:18 GMT

जनज्वार, पटना। बिहार में नीतीश कुमार सरकार की नई कैबिनेट के मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा हो गया है। सबसे अहम गृह मंत्रालय को नीतीश कुमार ने अपने पास रखा है। भाजपा यह विभाग खुद को कोटे में चाहती थी, लेकिन दबाव के बावजूद नीतीश इसे खुद के पास रखने में सफल हो गए। इसके साथ ही उन्होंने अपने पास सामान्य प्रशासन व निगरानी विभाग रखा है।वहीं, गृह के बाद बिहार में दूसरा सबसे अहम माने जाने वाला वित्त विभाग उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद को आवंटित किया गया है। तारकिशोर प्रसाद नीतीश कैबिनेट में वरिष्ठता में मुख्यमंत्री के बाद दूसरे नंबर पर हैं। तारकिशोर प्रसाद को पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी द्वारा संभाले जाने वाले सभी विभाग आवंटित किए गए हैं। उन्हें वित्त के साथ वाणिज्य व पर्यावरण मंत्रालय की जिम्मेवारी दी गई है।

भाजपा कोटे की एक और उप मुख्यमंत्री रेणु देवी को महिला कल्याण विभाग आवंटित किया गया है। उन्हें पिछड़ा कल्याण विभाग व पंचातयी राज विभाग भी सौंपा गया है। कैबिनेट में वरिष्ठता क्रम में उन्हें तीसरे नंबर पर रखा गया है।

वहीं, भाजपा कोटे के मंत्री मंगल पांडेय को फिर से स्वास्थ्य विभाग दिया गया है। पिछली सरकार में भी वे स्वास्थ्य मंत्री थे। मंगल पांडेय भाजपा के एकमात्र ऐसे चेहरे हैं जिसे नीतीश की नई कैबिनेट में रिपीट किया गया है। वहीं, कैबिनेट में शामिल किए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व सराय रंजन के विधायक विजय कुमार चौधरी को ग्रामीण विकास विभाग व ग्रामीण कार्य विभाग आवंटित किया गया है।

जदयू के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी को पूर्व की तरह इस बार भी भवन निर्माण विभाग आवंटित किया गया है। इसके साथ ही उन्हें अल्पसंख्यक कल्याण विभाग भी सौंपा गया है। जदयू के तारापुर से विधायक व सबौर कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति मेवा लाल चौधरी को शिक्षा विभाग व कल्याण विभाग सौंपा गया है।

शीला कुमारी को परिवहन विभाग की जिम्मेवारी दी गई है। जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष मांझी को लघु जल सिंचाई विभाग का प्रभार दिया गया है। जदयू के विजेंद्र यादव को फिर से ऊर्जा विभाग सौंपा गया है। ऊर्जा मंत्री के रूप में बिहार में उनके काम की तारीफ हुई है। इसके साथ ही उन्हें निबंधन व उत्पाद विभाग भी दिया गया है। वीआइपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी को मत्स्य व पशुपालन विभाग का प्रभार दिया गया है। मुकेश सहनी विधानसभा चुनाव हार गए हैं, ऐसे में उन्हें विधान परिषद के रास्ते सदन में छह महीने के अंदर भेजे जाने की संभावना है।

रामसूरत राय को राजस्व व कानून मंत्री बनाया गया है। जीवेश मिश्रा को पर्यटन व खनन विभाग दिया गया है। अमरेंद्र प्रतात सिंह को कृषि एवं गन्ना विभाग दिया गया है।

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