गुलनाज को न्याय की मांग को लेकर कई संगठनों ने किया प्रदर्शन, बोले- एनडीए राज में महिलाओं पर हो रहे चौतरफा हमले

महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और वैशाली में जिंदा जला दी गई गुलनाज़ के परिवार को न्याय देनें की मांग को लेकर राज्य की कई महिला संगठनों, नागरिक संगठनों ने आज पटना के कारगिल चौक पर प्रदर्शन किया...

Update: 2020-11-25 17:20 GMT

गुलनाज कांड के विरोध में पटना के कारगिल चौक पर प्रदर्शन करतीं विभिन्न संगठनों की महिलाएं

पटना,जनज्वार। बिहार में लगातार महिलाओं पर हिंसक हमले हो रहे हैं। महिलाओं को जिन्दा जलाया जा रहा है। सरकार और प्रशासन द्वारा इस तरह के मामलों पर कोई कठोर करवाई नहीं की जा रही है। बुधवार को पटना के कारगिल चौक पर विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित प्रदर्शन के दौरान उक्त बातें वक्ताओं ने कहीं।


प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पिछले दिनों वैशाली में एक लड़की को जिंदा जला दिया गया। भागलपुर, दरभंगा समेत राज्य के कई जगहों पर ऐसी घटनाएं हुई हैं। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और वैशाली में जिंदा जला दी गई गुलनाज़ के परिवार को न्याय देनें की मांग को लेकर राज्य की कई महिला संगठनों, नागरिक संगठनों ने आज पटना के कारगिल चौक पर प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बिहार महिलाओं के प्रति अपराध में सबसे ज्यादा हिंसक राज्य हो गया है। जघन्य और बर्बर अपराध हो रहे हैं। वैशाली में गुलनाज को जिंदा जला दिया गया, भागलपुर और दरभंगा में महिलाओं के साथ हिंसक घटना हुई। दुखद है कि इन घटनाओं पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।


वक्ताओं ने कहा कि नीतीश कुमार और बीजेपी की सरकार में महिलाओं पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा धोखा है। बलात्कार और जिन्दा जलाने की घटनाओं में इजाफा हुआ है। इतनी बड़ी घटना के बाबजूद सरकार की तरफ से किसी सरकारी प्रतिनिधि गुलनाज की मां को यह भरोसा दिलाने नहीं भेजा गया कि उसे न्याय मिलेगा। जबकि पूरे राज्य में गुलनाज के लिए न्याय की मांग उठ रही है, और सरकार चुप है।

वक्ताओं ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा देने में मुख्यमंत्री विफल हैं। यह मांग की गई कि गुलनाज के परिवार को न्याय मिले। इस तरह के मामलों का निपटारा फास्ट ट्रेक कोर्ट के तहत हो। भागलपुर, दरभंगा समेत तमाम मामलों के दोषी को शीघ्र गिरफ्तार किया जाय।

प्रदर्शन सभा को बिहार महिला समाज की निवेदिता झा, राजश्री किरण, ऐपवा की सरोज चौबे ,अनीता सिन्हा, एडवा से रामपरी, सरिता पांडे, एन. ए. पी. एम की कामायनी स्वामी, बिहार विमेंस नेटवर्क की नीलू, नागरिक अधिकार मंच के फादर जोश, गालिब, सिस्टर लीमा, मुस्लिम महिला मंच से अख्तरी, बिहार दलित महिला मंच की प्रतिमा, ए एस डब्लू एफ की आसमां खान, चंद्रकांता, सरफराज, प्रवीण , रूपेश, इबराना, शाइस्ता अंजुम आदि ने मुख्य रूप से संबोधित किया।

प्रदर्शन में बिहार महिला समाज, ऐपवा, एडवा, बिहार विमेंस नेटवर्क, नागरिक अधिकार मंच, ASWF, मुस्लिम महिला मंच, मेरी पंचायत-मेरी शक्ति, NAPM, मानव अधिकार रक्षा संगठन, बिहार दलित महिला अधिकार मंच आदि संगठन शामिल हुए।

Tags:    

Similar News