दलित नेता हत्या में नाम आया सामने तो तेजस्वी ने की सीबीआई जांच की मांग, कहा सच आ जायेगा सामने
राजद के दलित नेता को अपराधियों द्वारा उनके घर में घुसकर कर दी गई थी। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है और मल्लिक की पत्नी ने तेजस्वी और तेजप्रताप समेत 6 लोगों को बनाया है आरोपी...
पटना। बिहार के पूर्णिया में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) एससी-एसटी प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सचिव शक्ति मल्लिक की हत्या के मामले में विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार 7 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम एक पत्र लिखकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की है।
इस मामले में मृतक की पत्नी के बयान के आधार पर दर्ज प्राथमिकी में तेजस्वी यादव, उनके भाई तेजप्रताप यादव सहित छह लोगों को आरोपी बनाया गया है। मल्लिक की रविवार 4 अक्टूबर को गोली मारकर हत्या की गई थी।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आग्रह करते हुए कहा है कि सच सामने लाने और पीड़ित परिवार को जल्द न्याय दिलाने के लिए इस मामले आप सीबीआई जांच की सिफारिश करें।
तेजस्वी ने पत्र में लिखा, "अति व्यस्त रहने के कारण मुझे देर से जानकारी मिली कि इस मामले में मुझे और मेरे बड़े भाई के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है। दिन-रात आपके प्रवक्ताओं की ओछी और आधारहीन टिप्पणियों के बावजूद मेरा मानना है कि कानून अपना काम करे। त्वरित अनुसंधान हो।" तेजस्वी ने आगे लिखा है कि इस मामले में कानून अपना काम करे और त्वरित अनुसंधान हो।
उन्होंने लिखा, "शीर्ष पर बैठे लोग इसे प्रभावित करने की कोशिश करने के लिए भी स्वतंत्र हैं। आपके अपने ही लोग बिहार पुलिस की साख पर सवाल उठा चुके हैं। इसलिए आग्रह है कि पूरे मामले की राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की किसी भी एजेंसी से जांच कराने की अनुशंसा की जाए। मुख्यमंत्री के नाते अगर आप चाहें तो नामांकन से पहले हमें गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए बुला सकते हैं।"
उल्लेखनीय है कि मल्लिक की हत्या रविवार 4 अक्टूबर को अपराधियों द्वारा उनके घर में घुसकर कर दी गई थी। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।