जोशीमठ पीड़ितों को माओवादी-देशद्रोही कहने वाले BJP प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की अतुल सती ने सबूतों के साथ खोल दी पोल
घटियापन की पराकाष्ठा दिखायी बौखलाए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जोशीमठ बचाने के लिए आंदोलन कर रहे लोगों को ठहराया माओवादी-देशद्रोही, और चीनी एजेंट, अतुल सती ने तस्वीरें शेयर करके दिखाया आईना...
Joshimath Sinking : जोशीमठ मामले में राज्य सरकार की अपराधिक लापरवाही की पोल खुलने से बौखलाए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने जोशीमठ बचाने के लिए सड़कों पर आंदोलन कर रहे लोगों को माओवादी बताकर उन्हें अपमानित करना शुरू कर दिया है। ऋषिकेश में दो दिवसीय पार्टी की कार्यसमिति की बैठक के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट के दिए इस बयान से पूरे प्रदेश के आंदोलनकारियों में गुस्से की लहर दौड़ पड़ी है।
जोशीमठ मामले में दो साल से भाकपा माले कार्यकर्ताओं द्वारा चेताए जाने के बाद भी भाजपा की प्रदेश सरकार इस समस्या को लेकर कानों में न केवल तेल डालकर सोती रही, बल्कि इसे दहशत फैलाने वाली बात भी बताती रही। लेकिन जब भाकपा माले वाली बताई गई समस्या धरती फाड़कर पूरी दुनियां के सामने नुमाया हुई तो राज्य सरकार को सांप सूंघ गया। आनन फानन में खुद मुख्यमंत्री सहित पूरी भाजपा सरकार और संगठन के लोग जोशीमठ पहुंचकर अपने आप को जोशीमठ का सबसे बड़ा हितेषी घोषित करने की होड़ में जुट गए, लेकिन जोशीमठ के लोग इनके इस इरादे को भांप गए, जिस वजह से जोशीमठ पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट के साथ स्थानीय जनता ने अपना विरोध जताते हुए उन्हें वापस लौटने पर मजबूर कर दिया।
जोशीमठ की जनता द्वारा अपना व्यापक समर्थन उनके हितों की लड़ाई लड़ने वाले भाकपा माले को मिलता देखकर पूरी भाजपा सरकार सहित संगठन बौखलाहट में है। इसी बौखलाहट के चलते अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट ने अपनी पार्टी की कार्यसमिति बैठक समाप्त होने के मौके पर घटिया बयान दिया है।
महेंद्र भट्ट ने जोशीमठ में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वालों को माओवादी बताते हुए सोमवार 30 जनवरी को कहा कि वहां प्रदर्शन करने वाली ताकतों द्वारा विदेशी ताकतों को परोक्ष समर्थन दिया जा रहा है। सोमवार को सीपीआई तथा आइसा का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि वामपंथी ताकतों द्वारा जोशीमठ में सरकार के खिलाफ जो विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं वह विदेशी ताकतों को परोक्ष समर्थन है। जोशीमठ में भय पैदा कर असुरक्षा का वातावरण बनाया जा रहा है।
राष्ट्रविरोधी ताकतों द्वारा इस बात के प्रयास किए जा रहे हैं कि किस तरह से इस धार्मिक यात्रा का मार्ग बाधित किया जाए। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में जो आपदा आई है, उसे लेकर राज्य और केंद्र सरकार पूरी गंभीरता के साथ प्रभावितों को मदद पहुंचाने में जुटी हुई है। लेकिन कुछ राजनीतिक दल और संगठनों द्वारा जोशीमठ के लोगों को न सिर्फ भड़काने का प्रयास किया जा रहा है बल्कि वह क्षेत्रवासियों को भयभीत करने और डराने का प्रयास कर रहे हैं।
भट्ट ने कहा कि जोशीमठ राष्ट्रीय सुरक्षा और धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत ही महत्व का क्षेत्र है। सामरिक क्षेत्र से मानवीय गतिविधियों को रोकने का जो प्रयास किया जा रहा है वह चिंताजनक है। इतना ही नहीं भट्ट ने विवादित परियोजना की भी खुलकर पैरवी करते हुए कहा कि अब तक की जांच पड़ताल में एनटीपीसी के कारण इस आपदा के कोई साक्ष्य सामने नहीं आए हैं। मगर वामपंथी जनता को भड़काने का काम कर रहे हैं। सरकार इस आपदा से प्रभावितों की मदद में जुटी है। लेकिन कुछ राजनीतिक दल और संगठन नहीं चाहते हैं कि स्थिति सामान्य हो।
दूसरी ओर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का यह बयान सामने आने से राज्य के तमाम आंदोलनकारी रोष में आ गए हैं। आंदोलनकारियों का कहना है कि शत प्रतिशत हिन्दू बहुल्य जोशीमठ में चाहकर भी कोई मुस्लिम एंगल न मिलने के बाद सरकार आपदा का ठीकरा जोशीमठ के लोगों पर ही फोड़कर अपनी जिम्मेदारी से बचने का कुत्सित प्रयास कर रही है।
भट्ट के इस बयान से खफा जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के अतुल जोशी ने भट्ट के बयान को इस आपदा के समय में भी अवसर तलाशने की भाजपाई करतूत बताते हुए कहा कि पूरे प्रदेश के लिए यह शर्म की बात है कि भाजपा के नेता ऐसे समय में भी घटिया राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं। अतुल ने कहा कि भट्ट की नजर में अगर जोशीमठ को बचाने की आवाज बुलंद करने वाले आंदोलनकारी माओवादी हैं तो महेंद्र भट्ट ने इन आंदोलनकारियों को अपने घर बुलाकर जोशीमठ आपदा पर उनसे सुझाव क्यों मांगे थे। क्या वह माओवादियों को अपने घर बुलाते हैं और उनसे बात करते हैं। अगर जोशीमठ को बचाने के लिए आंदोलन करने वाले लोग माओवादी हैं तो फिर यह भी सच है कि महेंद्र भट्ट के माओवादियों से संबंध हैं।
अतुल ने शुरू की भट्ट की ट्रोलिंग
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का बयान आने के बाद अतुल सती ने उनके ही सोशल मीडिया पर पड़े पुराने फोटो शेयर करते हुए उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया है। भट्ट ने कुछ फोटो डाली हैं, जिनमें वह भाकपा माले के फायर ब्रांड नेता इंद्रेश मैखुरी के साथ बैठकर भोजन कर रहे हैं। खुद भट्ट ने इस फोटो को अपनी बहन की शादी में अपने मित्र इंद्रेश मैखुरी के साथ की फोटो बताते हुए इन्हें सोशल मीडिया पर डाला था। इसके अलावा एक अन्य फोटो में भट्ट आंदोलनकारियों की बात भी सुन रहे हैं।